डबवाली से इनेलो विधायक नैना सिंह ने प्रदेश सरकार पर विपक्षी विधायकों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार एक तरफ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं का नारा देती है और दूसरी तरफ सिरसा जिले के विधायकों के हलकों की बस रूट बदलकर वहां से बस रूट सत्तापक्ष के विधायकों को दिए जा रहे हैं। उन्होंने इस मामले में महिला विधायक के साथ भी कोई सहानुभूति न रखने का आरोप लगाया। इनेलो विधायक ने कहा कि डबवाली होकर चौटाला से चंडीगढ़ चलने वाली सरकारी बस पिछली सरकार ने राजनीतिक द्वेष के चलते उसे बंद कर दिया था और अब मौजूदा सरकार ने डबवाली से हरिद्वार जाने वाली बस को यहां से हटाकर टोहाना से हरिद्वार कर दिया है। उनका इशारा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के हलके को फायदा पहुंचाने के लिए उनके हलके की बस बंद किए जाने की ओर था।श्रीमती नैना सिंह चौटाला ने विस में परिवहन मंत्री कृष्ण पंवार से पूछे गए सवाल में यह पूछा था कि क्या डबवाली से सिरसा वाया जोगेवाला, फूलो, च_ा, तिगड़ी, नारंग, हंसू, देसू मलकाना, कालांवाली, चकेरियां से ओढ़ा तक बस सेवा शुरू करने का कोई प्रस्ताव क्या सरकार के विचाराधीन है और अगर है तो उसका ब्यौरा क्या है? इसके जवाब में जब परिवहन मंत्री ने कहा कि ऐसा प्रस्ताव सरकार के विचाराधीन नहीं है।
इस पर नैना सिंह चौटाला ने ऐतराज जताते हुए कहा कि पिछली बार विस में उन्हें भरोसा दिलाया गया था कि पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा बंद की गई चौटाला-चंडीगढ़ बस फिर से शुरू करवा दी जाएगी लेकिन अभी तक शुरू नहीं हुई है। परिवहन मंत्री ने सदन को यह भी बताया कि पंजाब के साथ चौटाला-चंडीगढ़ वाली बस का परमिट फिर से नवीनीकरण करवाकर इसे चलाए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं और जल्दी ही इसे शुरू करवा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि डबवाली-हरिद्वार बस टोहाना से हरिद्वार करने के बाद इस बस को सवारियां देने के लिए डबवाली-कैथल एक नई बस पिछले हफ्ते चलवाई गई है ताकि ये बस कैथल से हरिद्वार की सवारियां साथ लेकर आगे जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तरप्रदेश से दूसरा परमिट मिलने पर डबवाली-हरिद्वार सीधी बस फिर से चलाने पर भी विचार किया जा रहा है। नैना सिंह ने उनके हलके की बसें बंद किए जाने अथवा उनके रूट बदले जाने पर भी गहरा ऐतराज जताया और अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए यह भी कहा कि इन डबवाली-हरिद्वार बसों से स्कूली छात्र व अन्य विद्यार्थी भी सफर किया करते थे और इनके बंद होने से उनकी शिक्षा पर भी असर पड़ सकता है।
नेता प्रतिपक्ष द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री की ओर से स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 25 दिसम्बर, 2016 से उपमण्डल स्तर पर भी सीएम विंडो ने काम करना शुरू कर दिया है। इससे पहले सीएम विंडो जिला मुख्यालयों पर ही संचालित थी और शिकायतें भी जिला मुख्यालयों पर ही प्राप्त हुआ करती थी। मुख्यमंत्री की ओर से स्वास्थ्य मंत्री ने सदन को प्रत्येक जिले के विभिन्न उपमण्डलों में इस दौरान आई कुल शिकायतों, उनके किए गए निपटान और विचाराधीन शिकायतों का भी ब्यौरा दिया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पिछले कुछ समय से यह चर्चा चल रही है कि सीएम विंडो का काम अब संबंधित मंत्रियों को सौंपा जा रहा है तो ऐसे में जिन विभागों से संबंधित शिकायतें होती हैं अगर उन्हें ही इसका काम सौंप दिया गया तो फिर इस पर कार्रवाई क्या होगी? नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि पुलिस विभाग के खिलाफ रोजाना करीब 70 शिकायतें आती हैं और अभी तक प्रदेश के तीन उपमण्डलों में शुरू नहीं की गई है। इस बारे में सरकार अपनी स्थिति स्पष्ट करे। इस पर मंत्री ने बताया कि सीएम विंडो का काम मुख्यमंत्री के नेतृत्व में काम कर रहे एक उच्चस्तरीय प्रकोष्ठ द्वारा देखा जाता है और इसे सीएम अन्य मंत्रियों को नहीं सौंपने जा रहे। उन्होंने यह भी कहा कि जिस विभाग से शिकायत आती है उस पर टिप्पणी के लिए संबंधित महकमे को ही भेजा जाता है और पुलिस के खिलाफ जो शिकायतें आती हैं उनमें जो मामले न्यायिक प्रकिया में होते हैं या जिन पर जांच चल रही होती है उनको छोडक़र अन्य मामलों में तुरंत कार्रवाई की जाती है। इनेलो विधायक नसीम अहमद व जाकिर हुसैन ने विस अध्यक्ष के समक्ष मामला उठाया कि उनके ज्यादातर सवालों के जवाब नहीं मिल पाते।