इनेलो महिला प्रकोष्ठ की प्रधान महासचिव सुनैना चौटाला ने आदमपुर उप-चुनाव में बुधवार को पार्टी उम्मीदवार कुरड़ा राम नंबरदार ने लिए प्रचार किया। उन्होंने गांव मोडाखेड़ा, दड़ौली, चुली खुर्द, चुली कलां, चुली बागडिय़ा और सदलपुर समेत दस गावों में प्रचार किया। इस दौरान सभी गावों में इनेलो नेत्री का जोरदार स्वागत किया गया और लोगों की भारी संख्या में भीड़ जुटी खासकर महिलाएं और युवा बेहद उत्साहित और जोश में दिखे।
प्रचार के दौरान गांवों के लोगों को संबोधित करते हुए सुनैना चौटाला ने कहा कि आज हमें इस बात पर विचार करना बेहद आवश्यक है कि ये आदमपुर का उप-चुनाव हो क्यों रहा है, कुलदीन बिश्रोई ने इस्तीफा आखिर दिया किस बात के लिए है, क्या उन्होंने इस्तीफा महंगाई के विरोध में दिया है या बेरोजगारी के विरोध में दिया है या कोई अव्यवस्था फैली है उसके विरोध में दिया है, या किसानों को खाद नहीं मिल रही उसके लिए दिया है या गांव में गलियां नहीं बनी इसलिए दिया है।
दरअसल इस बात का कुलदीप बिश्रोई के पास कोई जवाब नहीं है क्योंकि यह इस्तीफा उन्होंने अपने और उनके बेटे भव्य बिश्रोई को ईडी और इनकम टैक्स से बचाने के लिए दिया है। कुलदीप बिश्रोई ने विधायक रहते एक बार भी आदमपुर की समस्या को विधान सभा में नहीं रखा यह सब ऑन रिकार्ड है।
इस्तीफा अभय सिंह चौटाला ने भी दिया था उस एक इस्तीफे से कृषि के तीन काले कानून वापिस हो गए थे। और जिस दिन अभय सिंह चौटाला ने ऐलनाबाद का उपचुनाव जीता था और कांग्रेस की तो जमानत जब्त हो गई थी उसी दिन से भाजपा और कांग्रेस के पसीने आने शुरू हो गए थे।
इनेलो नेत्री ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा ने मंच से यह बात कही थी कि गोपाल कांडा उनका मित्र है जिसका साफ मतलब था कि वो भाजपा से मिले हुए हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही किसान विरोधी हैं और दोनों पार्टियों ने मिल कर अभय सिंह चौटाला को हराने के लिए सभी ओछे हथकंडे अपनाए क्योंकि दोनों पार्टियां जानती थी अगर अभय सिंह यह उपचुनाव हार गए तो भविष्य में कोई किसानों की आवाज उठाने वाला ही नहीं रहेगा।
आज आदमपुर की जनता को यह सोचना पड़ेगा कि उनके हितों की लड़ाई लडऩे वाले किसान पुत्र कुरड़ाराम को वोट देना है या किसान विरोधी कांग्रेस और भाजपा को वोट देना है।
जसमेर जी महाराज
जनता कल्याण मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जसमेर जी महाराज ने गांव वासियों को अपने संबोधन में कहा कि अभय सिंह को उन्होंने इसलिए समर्थन क्योंकि एक संत लोगों को सिर्फ सच्चाई का रास्ता दिखाता है और राजनीति में अगर कोई जुबान का सच्चा आदमी है तो वो अभय सिंह चौटाला हैं बाकि कुलदीप बिश्रोई और कांग्रेस के उम्मीदवार जय प्रकाश तो सीरे के झूठे आदमी हैं जो सिर्फ झूठ, फरेब और मौकापरस्ती की राजनीति करते हैं।
उन्होंने कहा कि आज संत समाज भी ऐसे राजनेता की तलाश में था जिसके साथ मिल कर किसानों, कमेरों के हकों की लड़ाई लड़ सकें। अभय सिंह चौटाला ने किसानों के लिए विधायक पद से इस्तीफा दिया जिस कारण मजबूर होकर भाजपा को किसान विरोधी तीन काले कृषि कानून वापिस लेने पड़े थे और अब अभय सिंह चौटाला और किसान पुत्र कुरड़ाराम नंबरदार के रूप में यह तलाश पूरी हो गई है और पूरा संत समाज इनेलो के साथ खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि आदमपुर उपचुनाव इनेलो उम्मीदवार भारी मतों से जीतेगा।
कुरड़ाराम नंबरदार
इनेलो प्रत्याशी कुरड़ाराम नंबरदार ने बुधवार को आदमपुर विधान सभा क्षेत्र के सारंगपुर, कोहली, खासा महाजन, जगान, न्योली खुर्द, पीरांवाली और बालसमंद गावों में डोर टू डोर जाकर लोगों से वोटों की अपील की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इस चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवार अपने स्वार्थ के लिए और ख़ुद विधायक बनने के लिए खड़े हुए हैं लेकिन आदमपुर हलके के किसानों ने पंचायत करके उन्हें इस चुनाव में खड़ा किया है।
उन्होंने कहा कि उपचुनाव जीत कर मैं विधायक नहीं बनुंगा बल्कि हलके का हरेक व्यक्ति विधायक बनेगा। नंबरदार ने कहा कि बीजेपी द्वारा बनाये गये तीन काले कृषि क़ानूनों और आदमपुर हलके के गावों के खेतों की सिंचाई के लिए बालसमंद में किए गए आंदोलन में एक बार भी बीजेपी और कांग्रेस का प्रत्याशी नहीं आया जबकि एकमात्र अभय सिंह चौटाला ऐसे विधायक थे जो बालसमंद आये और न केवल आंदोलन को समर्थन दिया बल्कि हर संभव मदद का वादा किया।
भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार इस चुनाव के बाद ढूंढने से भी नहीं मिलेंगे और मैं आपका अपना चौबीसों घंटे आपके बीच मौजूद रहुंगा।