संसदीय दल के सचेतक, सांसद तथा कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दीपेन्द्र हुड्डा आज फरीदाबाद, पलवल, फिरोजपुर झिरका पहुंचे। यहां उन्होंने अलग अलग कार्यक्रमों में भारी संख्या में उपस्थित स्थानीय कार्यकर्ताओं तथा आम जनता से दिल्ली में आगामी 19 अप्रैल को होने वाली कांग्रेस पार्टी की किसान-खेत मजदूर रैली के लिये भारी संख्या में पहुंचने का आवाह्न किया।
उन्होंने कहा कि 19 की रैली से गरीब व किसान विरोधी केन्द्र तथा राज्य सरकार पर अपने किये गए वादे पूरे करने का दबाव और बढ़ जायेगा। फरीदाबाद में लोगों के प्रश्न का जवाब देते हुए सांसद दीपेन्द्र ने कहा कि अब जनता तय करे कि वह फरीदाबाद में मेट्रो चलाने वालों को श्रेय देगी या महज फीता काटने वालों को।
पलवल में हजारों किसानों का नेतृत्व करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि किसान इस सरकार के चलते बर्बाद हो रहा है। किसानों पर चारों तरफ से मुश्किलों का पहाड़ टूट पड़ा है। पहले फसलों का भाव नहीं मिला, खाद नहीं मिली अब जब किसान मंडियों में गेहूं बेचने जा रहा है तो उसे यह कह कर वापस लौटा दिया जा रहा है कि गेहूँ का रंग साफ नहीं है, नमी ज्यादा है आदि। तरह-तरह की परेशानी झेल रहा है किसान पूरी तरह बर्बाद हो गया है।दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि अप्रैल का महीना किसानों के लिये खेत में काम करने का महीना होता है। लेकिन मौजूदा विषम परिस्थितियों में जिस हिसाब से किसानों को परेशानी से दो-चार होना पड़ रहा है। उसमें किसान के सामने इस सरकार का विरोध करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा। यह सरकार पूरी तरह से तानाशाही रवैया अपनाये हुए है। पूंजीपतियों के फायदे के लिये जिस तरह एकतरफा किसान विरोधी भूमि अधिग्रहण अध्यादेश दोबारा जारी किया गया है उससे इस सरकार का किसान-खेत मजदूर विरोधी दोहरा चरित्र पूरी तरह उजागर हो गया है।
कांग्रेस सांसद ने आज हजारों किसानों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ पलवल के डीसी कार्यालय पहुंचकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीसी को सौंपा। ज्ञापन में दीपेन्द्र ने बारिश एवं ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को फौरी मदद देने की मांग करते हुए 25 से 40 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा, 100 प्रतिशत फसली नुकसान झेल रहे किसानों को तुरंत बिना किसी गिरदावरी के मुआवजा देने, न्यूनतम नमी के मानकों में ढील देकर शत प्रतिशत उपज की सीधी और अनिवार्य खरीद के निर्देश जारी करने, गेहूँ पर 200 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस घोषित करने, भूमिहीन मजदूरों को सहारा देने के लिए सहायता राशि का प्रावधान करने के लिए प्रधानमंत्री से मांग की। बाद में फिरोजपुर झिरका के एसडीएम कार्यालय में भी दीपेन्द्र ने किसानों को तुरंत राहत देने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री को ज्ञापन दिया।