उपायुक्त जम्मू अवनी लवासा ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के कार्यान्वयन की समीक्षा हेतु एक बैठक की अध्यक्षता की और इसके तहत कार्रवाई योग्य बिंदुओं पर चर्चा की। 15 साल पुराने वाणिज्यिक वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध, सीएनजी/एलपीजी जैसे स्वच्छ ईंधन की शुरूआत, प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ व्यापक अभियान शुरू करने, वाहनों के फिटनेस प्रमाण पत्र की निगरानी, यातायात प्रबंधन, मल्टी लेयर पार्किंग का विकास, हरित क्षेत्रों का विकास, सड़कों के किनारे वृक्षारोपण, निर्माण स्थलों को कवर करना, उद्योगों में वायु प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों की स्थापना, प्रदूषणकारी उद्योगों पर स्थानांतरण/प्रतिबंध आदि सहित कार्रवाई योग्य बिंदुओं पर गहन चर्चा की गई।
उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को ई-रिक्शा/ई-वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए शहर में ईवी चार्जिंग बुनियादी ढांचे के विकास, पर्याप्त संख्या में पीयूसी परीक्षण केंद्रों की स्थापना, पीयूसी प्रमाणपत्रों के साथ पंजीकृत वाहनों आदि सहित हवा की गुणवत्ता में सुधार हेतु गतिविधियों को मजबूत करने का निर्देश दिया।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर प्रदूषण नियंत्रण समिति को उद्योगों में वायु प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों की स्थापना सुनिश्चित करने और अनुपालन में विफल रहने वाले उद्योगों पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए सीएएक्यूएमएस स्थापित करने के लिए भी कहा।
जेएमसी आयुक्त को सड़कों के किनारे पेड़ लगवाने और खुले क्षेत्रों में हरित-पट्टी विकसित करने के उपाय करने के लिए कहा गया। उन्होंने उत्सर्जन को कम करने के उपाय सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। उपायुक्त ने कार्यान्वयन एजेंसियों द्वारा सक्रिय कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने सभी संबंधित विभागों से वायु प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में किए गए उपायों के संबंध में विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया कि वायु प्रदूषण से संबंधित सभी हॉटस्पॉट क्षेत्रों को कवर किया जाए ताकि सिटी एक्शन प्लान में आवश्यक उपाय शामिल किए जा सकें। बैठक में जेएमसी आयुक्त राहुल यादव के अलावा अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।