पीआरटीसी के चेयरमैन रणजोध सिंह हडाना ने पीआरटीसी कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन आजाद रजि नंबर 31 के वर्करों को ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए नियुक्ति पत्र दिए. हडाना ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा रंगला पंजाब की सोच के लिए जनहितकारी निर्णय लेकर हर विभाग को अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि नियुक्ति पत्र वितरण लेने वाले वर्करों के चेहरे खुशी से खिल उठे।
क्योंकि पहले की सरकारों ने अपने बेटों, भाइयों, भतीजों और अन्य रिश्तेदारों को हमेशा विभाग में स्थायी नौकरी पर रखा, लेकिन मान सरकार की अच्छी सोच ने अनुभव और शिक्षा के आधार पर बिना सिफारिश के नौकरी देना जनहितैषी समझा। उल्लेखनीय है कि यूनियन पी आर टी सी की वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए प्रयास करता था, जो पिछली सरकार को ठीक नहीं लगा, क्योंकि सरकार ने विभाग में अपने निजी परिवहनो को बढ़ावा दिया था।
कारपोरेशन को बचाने के संघ के प्रयासों से निराश सरकार ने 2014 में 672 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। 2019 में माननीय उच्च न्यायालय ने संघ के पक्ष में फैसला सुनाया, लेकिन तत्कालीन सरकार ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय में अपील दायर की। लेकिन अब माननीय सरकार ने बेरोजगारी को समाप्त करने और जनता के पक्ष में निष्पक्ष निर्णय लेने के अपने वादे के अनुसार माननीय सर्वोच्च न्यायालय से मामला वापस ले लिया और 672 श्रमिकों को ड्यूटी पर बहाल कर दिया।
इस मौके पर संस्था के प्रधान बलबीर सिंह बोपाराय ने मान सरकार व चेयरमैन पीआरटीसी रणजोध सिंह हडाना का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिस सोच के साथ लोगों ने आम आदमी को वोट दिया उस सोच को सलाम है। क्योंकि पिछली सरकारों ने जरूरतमंद वर्करों की वास्तविक जरूरतों को नजरअंदाज कर विभाग को प्रगति की तर्ज पर लेने के बजाय अपनी जेबें भरी।
जिससे विभाग दिन ब दिन घाटे का विभाग बनता जा रहा था लेकिन अब पीआरटीसी विभाग एक साल में विकास का विभाग बन गया है, उम्मीद है कि आने वाले सालों में यह विभाग और तरक्की की नई मिसाल पेश करेगा।
इस मौके पर बलबीर सिंह बोपाराय, बब्बू शर्मा, जनपाल सिंह, गुरपियर सिंह, परविंदर सिंह, लखविंदर सिंह, जवाहर सिंह, खुशविंदर सिंह बुढलाडा, दारा सिंह, जीवन सिंह, तलविंदर सिंह, पाला बरनाला, रंजीत चंडीगढ़, रंजीत सिंह, इंद्रजीत सिंह, हरविंदर सिंह भिंडा, मंगा भादसों, पिरतपाल सिंह, मेजर सिंह, कबल मकरोड साहिब, रणजीत सिंह, दर्शन सिंह, गुरमीत सिंह, हरदेव सिंह आदि मौजूद रहे।