पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग के अध्यापकों के साथ-साथ विद्यार्थियों द्वारा भी कोविड-19 की महामारी संबंधी लोगों में संवेदनशीलता पैदा करने के लिए ‘प्रण’ मुहिम आरंभ कर दी है।इसकी जानकारी देते हुए स्कूल शिक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि अलग-अलग स्कूलों के अध्यापकों और विद्यार्थियों द्वारा पोस्टर और स्कैच बनाकर कोरोना की महामारी की गंभीरता संबंधी जागरूक किया जा रहा है। इन पोस्टरों में कोरोन महामारी के विरुद्ध ‘मिशन फतह’ को पूरी तरह कामयाब बनाने के लिए बार बार हाथ धोने, मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने, निजी या सार्वजनिक साधनों के द्वारा सफर करते समय पंजाब सरकार द्वारा जारी हिदायतों और लागू नियमों का पालन करने का प्रण लिया जा रहा है। इसके साथ ही कौवा ऐप डाउनलोड करने के लिए भी पोस्टरों के द्वारा जागरूक किया जा रहा है ताकि कोरोना के साथ लडऩे का संदेश और तौर-तरीके हरेक व्यक्ति तक बढिय़ा तरीके से पहुँचाया जा सके।इन पोस्टरों में ज्यादा योगदान अध्यापकों द्वारा दिया जा रहा है जिनकी रचनात्मकता हरेक वर्ग को प्रभावित कर रही है। अध्यापिकों द्वारा ‘मिशन फतह’ को सफल बनाने के लिए प्रण लेने के साथ-साथ अपनी कला-कृतियों के द्वारा लोगों को इस महामारी संबंधी जागरूक भी किया जा रहा है।इसी दौरान स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव श्री कृष्ण कुमार ने मुख्य अध्यापक, अध्यापक, लैक्चररों और स्कूल शिक्षा विभाग के अन्य अमले को इस ‘प्रण’ मुहिम के साथ-साथ बच्चों के माता-पिता और दूसरे लोगों को जागरूक करने की मुहिम में भी और तेज़ी लाने के लिए कहा है जिससे कोरोना के साथ लडऩे और इससे बचने का संदेश घर-घर पहुँचाया जा सके। शिक्षा सचिव ने कहा कि अध्यापकों का लोगों के साथ नजदीकी संबंध होता है जिस कारण लोगों को जागरूक करते रहने की उनकी अहम जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने अध्यापकों को यह जिम्मेदारी और भी शिद्दत के साथ निभाने की अपील की।गौरतलब है कि इस समय कोरोना के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है जिसके मद्देनजऱ जागरूकता मुहिम और हरेक नागरिक द्वारा सरकारी हिदायतों को मानना और भी जरूरी हो गया है।