केंद्रीय वित्तमंत्री
अरुण जेटली ने 3,600 करोड़ रुपये के अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदा मामले में प्रवर्तन
निदेशालय के आरोप-पत्र पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की चुप्पी पर शुक्रवार को सवाल
उठाए। आरोप-पत्र में कहा गया है कि उस समय की सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े महत्वपूर्ण
नेताओं और अन्य को रिश्वत दी गई थी।जेटली ले एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "राहुल
गांधी कई सारे विषयों पर बात करते हैं, उन विषयों पर भी जिनके बारे में वह कुछ नहीं
जानते, लेकिन जिस बारे में वह जानते हैं, उसपर चुप्पी साधे हुए हैं।"जेटली ने
कहा, "यदि दस्तावेजों के आधार पर किसी पर आरोप है तो उसपर कुछ जवाब आना चाहिए।
यदि इस तरह के गंभीर आरोपों पर कोई जवाब नहीं दिया जाता है, तो देश को यह मान लेने
का अधिकार है कि इसका कोई जवाब नहीं है।" उन्होंने राहुल से जवाब मांगा कि ईडी
के दस्तावेजों में वर्णित 'आरजी', 'एपी' और 'एफएएम' कौन हैं।जेटली ने कहा, "किसी
आरोपी को चुप रहने का अधिकार है, लेकिन किसी प्रधानमंत्री पद के दावेदार को नहीं। यह
सार्वजनिक है।"विपक्षी नेता पर सच दबाने का आरोप लगाते हुए वित्तमंत्री ने कहा
कि मुद्दे को दबाया-छिपाया नहीं जा सकता, क्योंकि सबूत व्यापक है और संदेह की सूई स्पष्ट
है।उन्होंने कहा, "आप सच को जितना दबाएंगे, वह उतना ही फैलता है।"