पीएचई, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री मीर जुहूर अहमद ने ग्रामीण कश्मीर में प्रमुख जल स्रोतों के सूखने के कारण पेयजल की कमी को पूरा करने हेतु बड़े पैमाने पर भूजल का उपयोग करने के लिए कहा।राज्य में लम्बे समय से पड़ रहे सूखे के कारण सूखे की स्थिति के अतिरिक्त पाम्पौर निर्वाचन क्षेत्र में पानी की कमी पर चर्चा करने हेतु आयोजित पीएचई विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंत्री ने सम्बंधितों से समर्पणभाव के साथ कार्य करने के लिए कहा तथा उन्हें बढ़ती पानी की कमी से निपटने के लिए एक कार्य योजना बनाने के लिए भी कहा।पाम्पौर निर्वाचन क्षेत्र में पानी की कमी की जानकारी लेते हुए मंत्री ने पीएचई अधिकारियों से कंडी जल सहित सभी चालू जलापूर्ति योजनाओं के कार्य में तेजी लाने के लिए कहा। उन्होंने दस्सो गांव के लिए ओवरहैड टैंक (ओएचटी) स्थापित करने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर इसे राषि के प्रबंध के लिए सम्बंधित विभाग को पेष करने के लिए भी कहा।बैठक में बताया गया कि नाबार्ड के तहत 16.93 करोड़ रु. की अनुमानित राषि के साथ करनाबल आलोचबाग, सथपुखरन, दस्सो और ऐम्स अवंतीपोरा का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।पीएचई कश्मीर के मुख्य अभियंता अब्दुल वाहिद ने बैठक को आश्वस्त किया कि पाम्पौर निर्वाचन क्षेत्र में पीएचई योजनाओं के सुधार और उन्नयन के सम्बंध में बैठक में लिये गये निर्णयों का प्राथमिकता से समाधान किया जाएगा।पीएचई जम्मू के मुख्य अभियंता ऐ.के. मंगोत्रा, पीएचई विभाग के वरिश्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।