केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हरिभाई पार्थीभाई चौधरी ने बुधवार को संसद में बताया कि ऐसी कोई भी खुफिया जानकारी नहीं मिली है जिसमें आतंकी संगठन अल कायदा और इराक एवं सीरिया में मौजूद इस्लामिक स्टेट (आईएस) के भारत के शहरों को निशाना बनाने के लिए एक साथ काम करने की बात सामने आई हो। गृह राज्य मंत्री हरिभाई पार्थीभाई चौधरी ने लोकसभा में बताया कि दोनों आतंकवादी संगठनों ने इंटरनेट पर एक वीडियो अपलोड किया है, जिसमें उन्होंने भारत सहित कई देशों में मुसलमानों की कथित दुर्दशा की बात कही है, लेकिन बेंगलुरु सहित भारत के शहरों में किसी भी प्रकार के आतंकी खतरे की कोई खुफिया जानकारी नहीं है।उन्होंने कहा कि केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और राज्य स्तर की एजेंसियों के बीच खुफिया जानकारी साझा करने के लिए बहुत करीबी और प्रभावी समन्वय स्थापित है।
उन्होंने कहा, "संभावित खतरों की खुफिया जानकारी राज्य सरकारों के साथ नियमित तौर पर साझा की गई हैं।"उन्होंने यह भी बताया कि मल्टी एजेंसी सेंटर (मैक) को मजबूत और पुनर्गठित किया गया है, जो वास्तविक समय के आधार पर राज्यों और अन्य खुफिया एजेंसियों के साथ खुफिया जानकारी साझा करने के लिए सातों दिन 24 घंटे के आधार पर काम कर रहा है। मैक केंद्रीय एजेंसियों और राज्यों के बीच सूचना के सहज प्रवाह को सुनिश्चित करता है। उन्होंने कहा कि इससे कई बड़े आतंकी हमलों की योजनाओं का पर्दाफाश कर उन्हें निष्क्रिय करने में सफलता मिली है।