Agnipath Scheme के तहत 17 से 21 वर्ष की आयु के युवाओं को चार साल के कार्यकाल के लिए भर्ती किया जाएगा, जिनमें से वायुसेना को अभी तक मिले 56 हज़ार से भी अधिक अग्निवीरों के आवेदन मिल चुके हैं। वायुसेना ने ये जानकारी रविवार को ट्वीटकरके दी, "56960! यह अग्निपथ भर्ती आवेदन प्रक्रिया के जवाब में वेबसाइट पर भविष्य के अग्निपथ से अब तक प्राप्त आवेदनों की कुल संख्या है। पंजीकरण पांच जुलाई को बंद हो जाएगा।"
देश के कई हिस्सों में इस योजना के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे। अब इतने सारे आवेदन मिलने पर सवाल उठ रहा है कि आखिर इसके विरोध का कितना असर हुआ। हलांकि 2 दिन का ये आंकड़ा अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के तहत दंगे करने वालों के मुँह में तमाचा मरने जैसा साबित हो रहा है।
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ये है अग्निपथ योजना
केंद्र सरकार की योजना के तहत इस साल करीब 46 हजार युवाओं को सहस्त्र बलों में शामिल करवाना है, जिनकी उम्र 17 से 21 साल तक कि होगी। योजना के मुताबिक इसमें युवाओं को केवल चार साल सेना में भर्ती होकर देने पड़ेंगे और इसमें शामिल होने वाले नौजवानों को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। जिसमें उन्हें महीने में 30,000 से 40,000 तक का वेतन भी दिया जाएगा। चार साल बाद भर्ती हुए युवाओं में से 25% युवाओं को आगे इस सेना में बढ़ाया जाएगा जबकि बाकि बचे 75% युवाओं को नौकरी छोड़ने पड़ेगी।
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अग्निवीरों के लिए कई नए कदमों की घोषणा
सरकार ने इस 16 जून को इस घोषणा का ऐलान करने के बाद सबसे बढ़ा कदम आयु सीमा को लेकर उठाया है इस योजना में शामिल होने वाले युवाओं की उम्र पहले 21 साल थी लेकिन सरकार ने इसमें बदलाव कर 2022 के लिए 23 साल कर दी है। इसके अलावा सरकार ने उनकी सेवानिवृत्ति पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों में उनके लिए वरीयता जैसे कई कदमों की घोषणा की थी।
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राज्य पुलिस बलों में शामिल होने की भी प्राथमिकता मिलेगी
अग्निवीरों को भाजपा शासित कई राज्यों ने ये घोषणा की है की उन्हें राज्य पुलिस बलों में शामिल होने की भी प्राथमिकता मिलेगी साथ ही सशस्त्र बलों ने ये भी साफ स्पष्ट कर दिया है की इस योजना के विरुद्ध हिंसा करने वाले या आगजनी करने वालों को इस योजना के तहत भर्ती में शामिल नहीं किया जाएगा।