वन, पर्यावरण, पशु एवं भेड़पालन, सहकारिता एवं मछली पालन राज्य मंत्री मीर जुहूर अहमद ने आज सभी मौजूदा सहकारिता व्यवसायिक इकाईयों तथा मिल्क प्लांट को लाभदायक बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जम्मू कश्मीर राज्य में सहकारिता के माध्यम से पोल्ट्री की बहाली पर भी बल दिया।मंत्री ने यह बात सहकारिता विभाग, जम्मू कश्मीर मिल्क प्लांट को-ओप्रेटिव लिमिटेड (जेकेएमपीसीएल) तथा पोल्ट्री इकाईयों के भागेदारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही, यहां पर उन्होंने सहकारिता विभाग की कार्यप्रणाली तथा सहकारिता के माध्यम से पोल्ट्री की बहाली के लिए उठाये गये कदमों की समीक्षा की। मीर जुहूर ने सम्बंधितों को ईमानदारी एवं समर्पणभाव से कार्य कर लक्ष्य प्राप्ति करने के लिए भी कहा।सहकारिता सचिव बशीर अहमद भटट, जेकेएमपीसीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मयंक तिवारी तथा पोल्ट्री इकाईयों के भागेदारी बैठक में उपस्थित थे।जेकेएमपीसीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने मंत्री को जानाकारी दी कि जेकेएमपीसीएल 400 से अधिक विलेज डेयरी को-ओप्रेटिव सोसायटीज के माध्यम से इस संस्था से जुडे 13000 दुध उत्पादकों की सदस्यता के साथ जम्मू कश्मीर राज्य की सबसे बड़ी डेयरी है।जेकेएमपीसीएल के सफल कार्यो एवं इस संस्था की सम्पूर्ण प्रगति की सराहना करते हुए मंत्री ने उन्हें राज्य में डेयरी को बढ़ावा देने के लिए स्वंय सहायता समुहों के सदस्यों को वैज्ञानिक एवं आधुनिक प्रशिक्षण देने के लिए कहा।मंत्री ने सहकारिता गतिविधियों के अधिक प्रचार पर भी बल दिया ताकि अधिक से अधिक लाभ हो सके। उन्होंने सहकारिता विभाग, जेकेएमपीसीएल तथा पोल्ट्री इकाईयों के भागेदारियों को कहा कि इस सम्बंध में सरकार द्वारा हर सम्भव सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली सरकार लोगों विषेशकर समाज के कमजोर वर्गो की स्थिति में सुधार लाने हेतु प्रतिबद्ध है। मीर जुहूर ने कहा कि विलेज डेयरी तथा पोल्ट्री को-ओप्रेटिव सोसायटी को मजबूत बनाने की आवश्यकता है जिससे लोगों की सामाजिक आर्थिक स्थिति में सुधार लाने हेतु सहायता होगी।