चश्माशाही मिल्क प्रोसेसिंग युनिट को चला रही जम्मू कश्मीर मिल्क प्रोडयूसर कोपरेटिव लिः (जेकेएमपीसीएल) ने गत वर्श के दौरान जेकेएमपीसीएल का 32.12 करोड़ रु का व्यापार रिकार्ड किया है तथा वर्श 2016-17 में 76 लाख लीटर दूध की ब्रिकी भी की है।पशु एवं भेड़ पालन मंत्री अब्दुल गनी कोहली ने वन, पशु एवं भेड़ पालन, सहकारिता एवं मछली पालन राज्य मंत्री मीर जहुर अहमद के साथ युनिट के निरीक्शण के दौरान यह जानकारी दी।सहकारिता सचिव बशीर अहमद भट्ट, जेकेएमपीसीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा अन्य सम्बंधित अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस अवसर पर यह भी कहा गया कि जेकेएमपीसीएल ने 2020 तक 100 करोड़ की ब्रिकी का लक्श्य बनाया है।इस अवसर पर मंत्री ने मिल्क प्लांट की कार्यप्रणाली की विस्तृत जानकारी ली तथा उन्होंने इसके विभिन्न वर्गो का निरीक्शण भी किया।
मंत्रियों ने सम्बंधितों को व्यापार का बढ़ावा देने के लिए सम्पर्णभाव से कार्य करने के अलावा राज्य की अर्थव्यवस्था सहित समाज की जरूरतों को पूरा करने के निर्देश दिये।दौरे के दोरान मंत्रियों ने मिल्क प्लांट में शुरू किये गये विभिन्न कार्यों का निरीक्शण भी किया।मंत्रियों को यह जानकारी भी दी गई कि 450 विलेज़ डेली कोपरेटिव सोसाईटीज के माध्यम से 15000 दूध उत्पादक जेकेएमपीसीएल के साथ जुड़े हैं।इसके उपरांत एक बैठक आयोजित की गई जिसमें डीसीएस चडूरा बड़गाम में क्वालटी एंड कलीन मिल्क प्रोडेक्शन (एसआईक्यू-सीएमपी) योजना को मजबूत बनाने, इंटेसिव डेयरी डेवलपमेंट प्रोग्राम (आईडीडीपी) तथा एएमसीएस पर विस्तृत चचा की गई।बैठक में यह जानकारी दी गई कि राजौरी से भी लगभग 3000 लीटर दूध प्रतिदिन खरीदा जा रहा है।बैठक को सम्बोधित करते हुए कोहली ने दूध, दही तथा घी की गुणवत्ता को बनायें रखने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह उपभोक्ताओं को भरोसे में लेने तथा उत्पादनों के विपणन को बढ़ाने के लिए अनिवार्य है। इस अवसर पर अमूल से सम्बंधित वृत्ताचित्र भी दिखाया।