पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयू पंजाब) में 23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग की भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि को चिन्हित करने हेतु मनाए जाने वाले प्रथम राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2024 के उपलक्ष में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी के संरक्षण में आयोजित इस कार्यक्रम में "चाँद को छूते हुए जीवन को छूना - भारत की अंतरिक्ष गाथा" फोकल थीम पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया जिसमें लाइव स्क्रीनिंग, विशेषज्ञ व्याख्यान और विभिन्न प्रतिस्पर्धी कार्यक्रम शामिल थे।
इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के साथ-साथ ग्राम घुद्दा के निकट विद्यालयों के छात्रों ने भी सहभागिता की। कार्यक्रम के प्रथम चरण में विश्वविद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2024 समारोह के दौरान भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के संबोधन का सीधा प्रसारण देखा।
अपने उद्बोधन में राष्ट्रपति ने चंद्रयान-3 मिशन को भारत की सबसे बड़ी वैज्ञानिक उपलब्धियों में से एक बताया और अंतरिक्ष अन्वेषण में इसरो की असाधारण प्रगति की प्रशंसा की। उन्होंने लागत-प्रभावी मंगल मिशन से लेकर एक ही मिशन में सौ से अधिक उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण सरीखी भारत की प्रभावशाली अंतरिक्ष उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
राष्ट्रीय प्रसारण के अलावा, कार्यक्रम के दूसरे चरण में सीयू पंजाब के भौतिकी विभाग ने संस्थान की नवाचार परिषद (आईआईसी) के सहयोग से दो विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित किए। प्रथम व्याख्यान इसरो के बैंगलोर में सैटेलाइट नेविगेशन सेंटर में सतीश धवन प्रोफेसर डॉ. एस. पाल द्वारा दिया गया, जिसका विषय "भारतीय अंतरिक्ष प्रतिमान" पर केंद्रित था।
डॉ. पाल ने अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की बढ़ती भूमिका को रेखांकित करते हुए शुरुआती उपग्रह प्रक्षेपणों से लेकर उपग्रह नेविगेशन और अंतरिक्ष संचार प्रौद्योगिकियों में नवाचारों पर प्रकाश डाला। "भारत की आत्मनिर्भर अंतरिक्ष यात्रा" शीर्षक पर आधारित द्वितीय व्याख्यान में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के भौतिकी के प्रतिष्ठित प्रोफेसर प्रो. पी.के. अहलूवालिया ने स्वदेशी अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों के विकास के प्रति भारत की प्रतिबद्धता और अंतरिक्ष मिशनों में आत्मनिर्भरता को इसरो की निरंतर सफलता का मंत्र बताया।
कार्यक्रम के तीसरे चरण में अंतरिक्ष विज्ञान में छात्रों की सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिस्पर्धी कार्यक्रमों की मेजबानी की गई। "भारतीय अंतरिक्ष मिशन: अतीत, वर्तमान और भविष्य" विषय पर आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता और ऑन-द-स्पॉट पोस्टर प्रतियोगिता में छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस अवसर पर सीयू पंजाब में डीन इंचार्ज अकादमिक प्रो. आर.के. वुसिरिका ने अपने ज्ञानवर्धक व्याख्यानों के लिए आमंत्रित वक्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया और प्रतिस्पर्धी कार्यक्रमों के दौरान छात्रों द्वारा दिखाए गए उत्साह की सराहना की। उन्होंने कहा कि सीयू पंजाब में आयोजित राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह ने न केवल भारत की असाधारण अंतरिक्ष उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, बल्कि युवा पीढ़ी को देश के अंतरिक्ष विज्ञान और प्रोद्योगिकी के भविष्य को आकार देने में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित भी किया।