जम्मू-कश्मीर खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड की उपाध्यक्ष डॉ. हिना शफी भट्ट ने पारंपरिक उद्योगों के उत्थान हेतु धन योजना ‘स्फूर्ति’ के तहत जम्मू संभाग में क्लस्टर की स्थापना की प्रगति की समीक्षा की।बैठक में सचिव/मुख्य कार्यकारी अधिकारी फारुख काजी, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी (योजना) मुजफ्फर अब्दुल नासिर अल्लाकबंद, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी जम्मू संभाग तिलक राज और केवीआईबी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा स्कास्ट जम्मू (तकनीकी एजेंसी) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर आईटीसीओ और मास्टरजी मधुमक्खी पालन क्लस्टर सांबा और बनिहाल मधुमक्खी पालन क्लस्टर रामबन की कार्यान्वयन एजेंसियों के प्रतिनिधि भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। बैठक में बताया गया कि मास्टरजी मधुमक्खी पालन क्लस्टर जिला सांबा, कैलाशकुंड सुधमहादेव मधुमक्खी पालन क्लस्टर जिला डोडा और बनिहाल मधुमक्खी पालन क्लस्टर जिला रामबन सहित तीन मधुमक्खी पालन क्लस्टर 4.08 करोड़ रुपये की परियोजना लागत से संभाग में स्थापित किए जा रहे हैं।
उपाध्यक्ष ने सभी हितधारकों से इन क्लस्टरों को जल्द से जल्द कार्यात्मक बनाने के लिए समन्वित प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने दोहराया कि क्लस्टरों को चालू करने से इन क्लस्टरों से जुड़े 600 से अधिक मधुमक्खी पालक लाभान्वित होंगे।इसके अलावा, उन्होंने कार्यान्वयन एजेंसियों और तकनीकी एजेंसी को मई 2023 के महीने के दौरान हार्ड और सॉफ्ट हस्तक्षेप के तहत सभी बचे हुए कार्यक्रमों के आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए कहा।
जेएंडके केवीआईबी के सचिव/सीईओ ने भी इस अवसर पर बात करते हुए कहा कि क्लस्टर का उद्देश्य पारंपरिक उद्योगों और कारीगरों को समूहों में व्यवस्थित करना है।