मुद्दाहीन हुई कांग्रेस फरीदकोट से अगवा हुई लड़की श्रुति के संवेदनशील मामले में अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रही है। इन विचारों का प्रगटावा करते हुए मुख्यमंत्री पंजाब के सलाहकार महेशइंद्र सिंह गरेवाल ने कहा कि कांग्रेस अपनी खोई हुई राजनीतिक साख बचाने के लिए बिना वजह इस मामले में मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री विरूद्ध निराधार अभियान आरंभ कर रही है। आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए गरेवाल और मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार हरचरन बैंस ने कहा कि पंजाब पुलिस ने श्रुति अगवा मामले को बहुत गंभीरता एवं संजीदगी से लिया है और 13 अपराधियों में से 11 को गिरफतार कर लिया है और शेष रहते हुए दो दोषी भी बहुत शीघ्र पकड़ लिए जांएगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री ने पहले ही दिन कह दिया था कि श्रुति उनकी बेटी की तरह है और राज्य सरकार दोषियों को किसी भी हाल में नही छोड़ेगी। गरेवाल ने कहा कि दोषियों को बचाना कांग्रेस क ी आरंभ से ही संस्कृति है जबकि शिअद न्याय के राज्य में विश्वास रखने वाले पार्टी है। उन्होंने कांग्रेस की दोषियों को बचाने और न्याय में रुकावट बनने की करतूतों को बयान करते हुए कहा कि जब पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री स. प्रताप सिंह कैरों का कत्ल हो गया था तो कांग्रेस पार्टी के गृह मंत्री ने बयान दिया 'यह राजनीतिक कत्ल नही है इस बयान से कांग्रेस ने जांच को पूरी तरह प्रभावित करते हुए जांच का एक पक्ष आरंभ ही नही होने दिया। गरेवाल ने पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री के पोते द्वारा विदेशी लड़की से की छेड़छाड़ के संगीन मामले में भी कांग्रेस का चेहरा उस समय नंगा हो गया था जब माननीय हाईकोर्ट के दखल से पूर्व घटना घटित के आधा महीना बीतने तक केस भी दर्ज नही किया गया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 2002-07 शासन के दौरान ट्रिपल मर्डर कांड के दौरान कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने एफ आई आर में दर्ज सभी कांग्रेसी दोषियों को निर्दोष कहकर पुलिस को अप्रत्यक्ष ढंग से एफ आई आर के अमल करने से रोका। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कुप्रशासन के मुकाबले शिअद-भाजपा शीघ्र न्याय देने और दोषियों को सजा दिलाने में विश्वास रखता है।
गरेवाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लोगों का ध्यान यू पी ए सरकार द्वारा किए बहु करोड़ी घोटालों और वाड्रा गेट के मामले से बदल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्य भवन शिष्टमंडल लेजाकर इस संवेदनशील मामले में घटिया दर्जे की राजनीति की है। उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री स. सुखबीर सिंह बादल स्वयं नीजि तौर पर इस केस की प्रगति की निगरानी कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि फरीदकोट पुलिस ने घटना घटित होने की 1 घंटे के भीतर केस दर्ज कर लिया था और दोषियों के राज्य की सीमा से बाहर जाने के कारण उनको गिरफतार करने में देरी हुई। उन्होंने कहा कि लड़कियों के केसों को पंजाब पुलिस को संवेदनशीलता से देखती है। जालंधर में शिवाली के आत्महत्या करने क े दुखदायी मामले में उपमुख्यमंत्री ने तुरंत आई जी को 48 घंटों में जांच पूरी करने के निर्देश दिये। आई जी द्वारा रिपोर्ट सौंपने के 10 घंटों के भीतर प्रमुख सचिव गृह ने 3 दोषियों के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए कहा जिनमें एक इंस्पैक्टर एवं दो मीडिया कर्मी थे। उन्होंने कहा कि पंजाब के उप मुख्यमंत्री ने ऐसे सभी मामलों में संजीदगी दिखाते हुए दोषियों को सजा दिलाने के लिए पहलकदमी की है जबकि कांग्रेस पार्टी ऐसे मामलों में राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए उतावली रहती है।