जम्मू और कश्मीर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आज डीसी कार्यालय परिसर के सम्मेलन कक्ष में कार्यकारी एजेंसियों के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया।
निदेशक भ्रष्टाचार ब्यूरो जम्मू-कश्मीर आनंद जैन की अध्यक्षता में सार्वजनिक खरीद के लिए जीईएम पोर्टल का उपयोग करते समय विकासात्मक कार्यों, महत्व और मुद्दों में रिकॉर्ड के रखरखाव में लगातार चूक के बारे में कार्यकारी एजेंसियों के अधिकारियों को परिचित कराने हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
कार्यशाला में उपायुक्त विशेष पॉल महाजन, एसएसपी अब्दुल कयूम, एआईजी एसीबी जम्मू-कश्मीर संदीप वजीर, एआईजी जम्मू-कश्मीर कुलवंत जसरोटिया, एआईजी एसीबी जेएंडके जी.एस. घुमन, एसएसपी सेंट्रल एसीबी जेएंडके मुश्ताक चैधरी, अधीक्षण अभियंता, पूर्व ईएनएस, एईई, एई, जेई और निष्पादन विभागों के तकनीकी कर्मचारी उपस्थित थे।
कार्य निष्पादन विभागों में निष्पक्ष, पारदर्शी एवं समयबद्ध शासकीय कार्य संचालन, कार्यों के निष्पादन एवं सार्वजनिक क्रय संबंधी शंकाओं को दूर करने के लिए विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यशाला के दौरान ईमानदारी की शपथ भी दिलाई गई।
प्रतिभागियों को सलाह दी गई कि वे शिकायतों और मुकदमेबाजी से बचने के लिए पूरी तरह से कोडल औपचारिकताओं का पालन करें और प्रशासनिक अनुमोदन और तकनीकी मंजूरी के बाद ही निविदा के लिए जाएं। डीवीओ को उत्तर के लिए निर्दिष्ट पोर्टल का उपयोग करने और हार्ड कॉपी भेजने से बचने का निर्देश दिया गया।
डीवीओ को आगे सलाह दी गई कि वे इस मामले में उचित पूछताछ करें और हलफनामों, समझौता घोषणाओं आदि पर भरोसा न करें। सार्वजनिक खरीद में शामिल अधिकारियों को सलाह दी गई कि वे जीईएम का उपयोग करें और सरकारी खजाने को अनावश्यक नुकसान से बचाने के लिए बाजार सर्वेक्षण करना और रिवर्स नीलामी को अपनाना सुनिश्चित करें।
डीसी डोडा ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए बताया कि जिले ने पहले से ही उपस्थिति और कार्यों के निष्पादन हेतु जियोटैगेड तस्वीरें लेने की प्रथा को अपनाया है। अधिकारियों को अपने कार्यालयों में सीसीटीवी लगाने को कहा गया है। डीसी ने कहा कि जिला प्रशासन निकट भविष्य में यूटी में भ्रष्टाचार मुक्त जिले के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु प्रतिबद्ध है।