डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस ने आज जिला प्रशासकीय कांप्लेक्स में इनवायरमेंट कमेटी की बैठक के दौरान कार्यकारी अधिकारियों को हिदायत करते हुए कहा कि जहां डोर टू डोर कलेक्शन सुचारु ढंग से किया जाए, वहीं कूड़ा एकत्र करने वाले वाहनों पर जी.पी.एस. सिस्टम भी यकीनी बनाया जाए। इस मौके पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(सामान्य) श्री अमित महाजन, एस.डी.एम. दसूहा श्री हरबंस सिंह, एक्सीयन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड श्री शिव कुमार के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि गीला व सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्र करने के अलावा इसका सुचारु ढंग से प्रबंधन भी किय जाए। उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम के लिए पूरी गंभीरता दिखाई जाए। उन्होंने कहा कि जागरुकता के साथ-साथ चालान करने भी यकीनी बनाए जाएं, ताकि वातावरण को दूषित कर रहे सिंगल यूज प्लास्टिक पर नकेल कसी जा सके।
उन्होंने कहा कि जागरुकता के लिए कार्यकारी अधिकारी अपने क्षेत्र से संबंधित अलग-अलग व्यापार मंडलों व एन.जी.ओज आदि से बैठक भी करें ताकि सांझे प्रयास से प्लास्टिक का प्रयोग बंद किया जा सके। उन्होंने शहर वासियों को अपील करते हुए कहा कि घरों का गीला व सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्र करने के अलावा सिंगल यूज प्लास्टिक भी अलग एकत्र करके रखा जाए।
श्री संदीप हंस ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक में स्ट्किस वाले ईयर बड्ज, गुब्बारों के लिए प्लास्टिक की स्ट्किस, बैगज, आईसक्रीम व कैंडी स्ट्किस, सजावट के लिए पोलीस्ट्रीरीन(थर्मोकोल), प्लेटों, कप, ग्लास, कटलरी जैसे कि कांटे, चम्मच, पाइप, मिठाई के डिब्बे, निमंत्रण पत्र, सिगरेट के पैकेट के आस-पास लपेटे या पैकिंग करने वाली फिल्मे, 100 माईक्रोन से कम प्लास्टिक या पी.वी.सी. बैनर आदि शामिल है।
उन्होंने बताया कि एक बार ही प्रयोग में आने वाले इस सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण पाबंदी 1 जुलाई से लगाई जा चुकी है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि खरीदो-फरोख्त के दौरान लिफाफों का प्रयोग न करते हुए थैलों का प्रयोग यकीनी बनाया जाए। उन्होंने कहा कि वातावरण की शुद्धता बरकरार रखने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम बहुत जरुरी है व अलग-अलग विभागों के अलावा एन.जी.ओज सहित हर व्यक्ति को आगे आने की जरुरत है।
बैठक के दौरान उन्होंने जहां कार्यकारी अधिकारियों को ड्रेनों व नालों की सफाई बरकरार रखने की हिदायत की, वहीं सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों का जायजा भी लिया। इस मौके पर कार्यकारी अधिकारियों के अलावा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।