इस्लाम धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक बकरीद है। इस बार यह त्योहार कल यानी 10 जुलाई 2022 को रविवार के दिन मनाया जाएगा। मीठी ईद यानी ईद उल फितर के 70 दिन के बाद बकरीद का त्यौहार मुस्लिम धर्म के लोग मनाते है। यह कुर्बानी का त्योहार है। यह अल्लाह के प्रति समर्पण का एक उदाहरण है।
इसी बीच मुस्लिम नेता और लोक सभा सांसद मौलाना Badruddin Ajmal ने असम के मुसलमानों से हिंदुओं की भावनाओं का सम्मान करने की अपील की है। मौलाना ने साफ शब्दों में देश के मुसलमानों से कहा है कि अगर आप ईद पर एक दिन के लिए गाय नहीं खाएंगे तो मर नहीं जाएंगे। हम तो ईद को हिंदू भाइयों के साथ मनाते हैं। हमारे सभी पूर्वज हिंदू थे। उन्होंने इस्लाम को इसलिए अपनाया क्यों कि इस्लाम में विशेष गुण है। इस्लाम दूसरे धर्मों की भावनाओं को सम्मान करते हैं।
Badruddin Ajmal यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि सर कलम की बात कहने वाले बेवकूफ हैं। यह इस्लाम के खिलाफ है। मोहम्मद को पत्थर मारा गया था, अगर इस समय अल्लाह उन पत्थर मरने वालों को पीस कर मार देता तो क्या इस्लाम इतना बढ़ता? अभी दुनिया में 200 करोड़ मुसलमान हैं। हमारे बाप दादा सब हिंदू थे।
मौलाना ने धमकीबाजों को लताड़ लगाते हुए कहा कि अगर इन लोगों में हिम्मत है तो अपना सिर कलम कर के दिखा दें उनके अंदर इतनी भी ताकत नहीं होगी कि खुद चाकू उठा सकें। इन धमकियों का इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है। ऐसी धमकी देने वाले मुसलमान है ही नहीं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मौलाना Badruddin Ajmal हमेशा से गाय का मांस खाने का विरोध करते आए हैं। उन्होंने हाल में कहा था कि हिंदुओं का सनातन धर्म गाय को मां मानता है और उसकी पूजा करता है। हमें उनकी धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। बकरीद के दिन हमें गाय की कुर्बानी नहीं देनी चाहिए।
वहीं इसी दौरान मौलाना ने RSS और पर BJP पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा- कुछ लोग हिंदू राष्ट्र बनाने के लालच में हिंदुस्तान को खत्म कर रहे हैं। लेकिन वो ये सब वोट की राजनीति के लिए कर रहे हैं। यह हमेशा उनका सपना रहेगा। वो हिंदू और मुसलमान के भाईचारे को कभी नहीं तोड़ पाएंगे।