डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने आज पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (पी.पी.सी.बी.) के आधिकारियों को लैदर कंपलैक्स, जालंधर में स्थित पंजाब एफलूऐंट ट्रीटमेंट सोसायटी (पी.ई.टी.एस.) की तरफ से चलाए जा रहे कामन एफलूऐंट ट्रीटमेंट प्लांट से लैबोरेटरियों की तरफ से लिए सल्ज के नमूनों की टैस्ट रिपोर्ट के तकनीकी हिस्से जांच करने के लिए कहा।उद्योग और वाणिज्य कर विभाग के प्रमुख सचिव की तरफ से गठित ज्वाईंट कमेटी बैठक की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने पी.पी.सी.बी. के आधिकारियों को अपनी रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए जिससे सल्ज के निपटारे को जल्दी से जल्दी शुरू किया जा सके।
घनश्याम थोरी ने आगे बताया कि पी.पी.सी.बी. की तरफ से टिप्पणियां प्राप्त होने के बाद समिति डिस्पोज़ल प्लांट में सल्ज के निपटारे सम्बन्धित आगे की कार्यवाही बारे अंतिम फ़ैसला लेगी।बता दें कि सी.ई.टी.पी. जालंधर से सांझी टीमों की तरफ से सल्ज के नमूने लिए गए थे, जिस सम्बन्धित अधिकारित लैब की तरफ से अपनी रिपोर्ट पी.ई.टी.एस.को सौंपी गई। डिप्टी कमिशनर ने कहा कि पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड टैस्ट रिपोर्ट की जांच करेगा और अगली कार्यवाही के लिए इसकी टिप्पणियों पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ज़िला प्रशासन इस मामले को राज्य सरकार की तरफ से तय मापदण्डों अनुसार हल करने के लिए पाबंद है।