चितकारा यूनिवर्सिटी पंजाब ने जेमिनी सॉल्यूशंस के साथ एक समझौता पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए और इसके साथ ही जेमिनी एंबेसडर कार्यक्रम का शुभारंभ किया जिससे छात्रों को बेहतर मौके प्रदान किये जा सकें। यह समझौता चितकारा यूनिवर्सिटी और जेमिनी सॉल्यूशंस के बीच में बेहतर तालमेल का मार्ग प्रशस्त करेगा और उनके संसाधनों के अधिक प्रभावी उपयोग को बढ़ावा देगा।जैमिनी सॉल्यूशन के वाइस प्रेसिडेंट सौमेंद्र नाथ रे, टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस एसोसिएट आर्किटेक्ट अक्षय गुप्ता, असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट अंजू सूरी, टैक्नालाजी सॉल्युशंस मैनेजर रिचा खत्री, लीड यूआई/यूएक्स इंजीनियर; विनीत गुप्ता और जेमिनी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के असिस्टेंट एचआर मैनेजर आशना खुराना की मौजूदगी में इस समझौते पर आज दस्तखत किए गए।चितकारा यूनिवर्सिटी की तरफ से डायरेक्टर करियर एडवास्टमेंट सर्विसेज रोमा सिंह उपस्थित थी। जेमिनी सॉल्युशंस कंप्यूटर विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी और संबंधित क्षेत्रों में बी.टेक के क्षेत्र में बिजनेस और रिसर्च डेवलपमेंट में सक्रिय है।
जैमिनी एंबेसडर प्रोग्राम जैमिनी सॉल्यूशंस द्वारा इस उद्देश्य के साथ शुरू किया गया है जिसके तहत एक ऐसे कार्यबल को तैयार किया जा सके जो दुनिया में टेक्नालाजी के जरिए बदलाव लाना चाहते हों ।यह कार्यक्रम छात्रों के कौशल को और निखारने के साथ साथ उनकी प्रोफेशनल ग्रोथ में भी मदद करेगा । आज हस्ताक्षरित एमओयू के अनुसार चितकारा यूनिवर्सिटी और जेमिनी सॉल्यूशंस कौशल आधारित प्रशिक्षण, शिक्षा, प्लेसमेंट, औद्योगिक दौरे और एक्सपर्ट लेक्चरस के क्षेत्रों में आपसी सहयोग पर फोकस करने में मदद करेंगे। इस समझौते के तहत छठे सेमेस्टर के छात्रों को 30 दिनों के निशुल्क प्रशिक्षण में शामिल होने का मौका मिलेगा जिसमें उन्हें स्वचालन परीक्षण पर प्रशिक्षित किया जाएगा। छात्रों को रियल टाइम प्रोजेक्टस पर असाइनमेंट भी मिलेंगे जिससे उन्हें खुद को टेस्ट करने का मौका मिलेगा। सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने पर छात्रों को कंपनी में काम करने के लिए मौका मिलेगा।चितकारा यूनिवर्सिटी के छात्रों को इस करार के तेहत होने वाली इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग और इंडस्ट्रियल दौरों से भी लाभ मिलेगा। जेमिनी सॉल्यूशंस उद्योग क्षेत्र में होने वाले नवीनतम विकास और उनकी आवश्यकताओं के बारे में जानकारी प्रदान करेगा और छात्र औद्योगिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शामिल होकर इनका लाभ उठाएंगे। कार्यक्रम के जरिए छात्रों का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और यह उनके यूनिवर्सिटी के छात्र जीवन से वास्तविक औद्योगिक कार्य जीवन में होने वाले स्थानान्तरण को मदद करेगा ।