जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि जम्मू में और देश के अन्य स्थानों पर कश्मीरी छात्रों को भीड़ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नहीं, बल्कि सिख समुदाय ने बचाया। उमर ने बारामुला शहर में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, देशभर में सिख समुदाय ने कश्मीरी छात्रों को पुलवामा हमले के बाद भीड़ से बचाया। उमर ने कहा, मोदी सरकार की यह जिम्मेदारी थी कि जम्मू और अन्य राज्यों में दक्षिणपंथी कट्टरपंथियों के हमले से छात्रों को बचाते। लेकिन दुर्भाग्यवश (जहां भी हिंसा हुई) मोदी सरकार कहीं नहीं दिखी। अब्दुल्ला ने पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती पर भी यह कहते हुए हमला किया कि उनकी सरकार के दौरान लोगों को गोलियां और पैलेट झेलने पड़े और अब वह उन्हीं लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रही हैं। नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता अली मुहम्मद सागर ने इस मौके पर कहा कि नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकर्ता वास्तविक मुजाहिदीन हैं।सागर की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब कुछ दिनों पहले महबूबा ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को असली मुजाहिदीन बताया था।