बलोंगी में गैरकानूनी तौर पर गैस सिलेंडर भरने का धंधा चल रहा है। जिसकी शायद अधिकारियों को नहीं है कोई खबर या फिर ऐसा प्रतीत होता है जैसे सरकारी अधिकारी क्षेत्र में किसी बडे हादसे का इंतजार कर रहे हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए क्षेत्र के लोगों ने कहा कि शरेआम हो रहा यह गैरकानूनी काम क्या अधिकारियों को नहीं दिखता, या फिर क्या यहां लोगों की जान का खतरा बन रहे इन सिलेंडर भरने वालों की किसी प्रकार की मिलिभगत के चलते कोई कारवाई अमल में नहीं लाई जा रही। इस संबंध में उक्त लोगों से भयभीत आम लोगों ने नाम ना लगाने की शर्त पर बताते हुए कहा कि यह सिलेंडर वालों का बड़े बड़े अधिकारियो से मिलिभुगत है जिसके चलते इनका यह धंधा धड्डले से फल फूल रहा है। उन्होने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि यह सारा गोरखधंधा रिहायशी इलाके मे चल रहा है जहा किसी भी वक्त कोई बडा हो सकती है। उन्होंने बताया कि यहां सौ रुपये किलो गैस भरते हैं और इनके गैस भरने का तरीका बहुत गलत होता है और पूरे जोरों शोरों से दुकानों के बाहर तक बैठ के गैस भरी जाती है। उन्होंने कहा कि सोचने की बात है कि इनके पास इतने सिलेंडर कहां से आते हैं कि यह रोजाना सिलेंडर भर देते हैं। लगता है कि कोई मिली भगत भी हो सकती है अधिकारियों के साथ।
उन्होने कहा कि हम प्रशासन से यह मांग करते हैं कि यह सिलेंडर का जो चोरी छुपे जोरों से गलत तरीके से गैस भरने का काम किया जा रहा है इसे तुरंत प्रभाब से बंद करवाया जाऐ। जिससे लोगों को इन कारणें से अक्सर होने वाले ऐसे हादसों से राहत मिलेगी। यह गैस भरने से आसपास के क्षेत्र में इतनी बदबू हो जाती है कि सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। इस ससंध में जब राजन गुप्ता फूड ऑफिसर से फोन पर बात की तो उन्होंने कहा कि फूड ऑफिसर टेम्पररी है। इस संबंध मे जब इंदू बाला से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि बह भी अभी कुछ समय के लिए टेम्परेरी मुझे चारर्ज दिया गया है। इस संबंध में जब अधिकारीयों से बात की गई तो उन्होने बताया कि आप थोड़े दिन वेट कर लो क्योंकि इस समय कनक बांट का काम चल रहा है और हमें टारगेट दिया गया है कि सितंबर के पहले हफ्ते में यह काम पूरा हो जाना चाहिए। जब डी.एफ.ओ. हेम राज से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया इससे यही साबित हो सकता है कि अधिकारी आखों के सामने हो रही गैरकानूनी काम को रोकने में पुर्ण तौर पर लाचार साबित हो रहे हैं या मिलिभगत से हो रहे इस गोरखधंधे पर जानबूझकर कार्रवाई ही नहीं करना चाहते।