वन पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी मंत्री राजीव जसरोटिया ने आज वार्शिक श्री अमरनाथ यात्रा के लिए विभिन्न व्यवस्थाओं की व्यापक समीक्षा की। मंत्री ने सोनमर्ग क्लब मीटिंग हॉल में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और बाद में बालटाल में यात्रियों के लिए सहायता शिविर का उद्घाटन किया। समीक्षा बैठक में मुख्य संरक्षक वन फारूक गिलानी, सीईओ सोनमर्ग विकास प्राधिकरण एसए रैना, कंज़र्वेटर वन श्रीनगर सर्कल इरफान अली शाह, क्षेत्रीय वन्य जीवन वार्डन कश्मीर राशिद नकाश के अलावा आर एंड बी, पीडीडी, पीएचई, सीएपीडी, आईएंडएफसी, श्रम विभाग के अधिकारी , पशुपालन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, वन संरक्षण बल, एआरटीओ और डीएफओ गंादरबल शामिल थे। इस अवसर पर जसरोटिया ने यात्रा के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए आज तक पूरा किए गए काम और व्यवस्था की मात्रा पर अपनी संतुष्टि व्यक्त की। उन्होंने पर्यावरणीय गिरावट से बचने के लिए प्लास्टिक के उपयोग को कम करके पर्यावरण के संरक्षण को लक्षित करने के उपायों पर बल दिया। सीईओ, एसडीए ने कहा कि उन्होंने घास के मैदान पर जानवरों की लीद को रोकने के लिए पहले चरण में 500 पशु डायपर का आदेश दिया है, और कहा कि उन्होंने पॉलिथिन के उपयोग से बचने के लिए दुकानदारों के बीच जैव अपघटन योग्य बैग वितरित किए हैं और उनके अलावा प्लास्टिक की बोतलों का निपटान करने के लिए रिवर्स वेंडिंग मशीन का भी आदेश दिया। मंत्री ने अधिकारियों को डायपरों के उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए कड़े होने का निर्देश दिया और चौबिस घंटे निगरानी करने के लिए 10 लोगों की टास्क फोर्स टीम बनाई जाए।
उन्होंने आरएंडबी विभाग को पैच के काम को पूरा करने और ट्रेक रूट की सुरक्षित चौड़ाई बनाए रखने के लिए निर्देशित किया और बाल्टल तक सड़क की स्थिति में सुधार और बाधाओं को हटाने के लिए निर्देशित किया। जसरोटिया ने पीडीडी विभाग को निर्देश दिया कि यात्रियों के परेशानी मुक्त आंदोलन को सुनिश्चित करने के लिए तुरंत ट्रैक के साथ उच्च मस्तूल रोशनी स्थापित करें। वन मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिया कि यात्रा के लिए पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं मौजूद हैं, जिनमें डॉक्टरों, दवाइयों, और प्राथमिक चिकित्सा और आपातकालीन सुविधाओं की उपलब्धता शामिल है। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को यात्रा के लिए लकड़ी की आपूर्ति तेज करने और विभिन्न स्थानों पर जलावन का भंडारण तेज किए जाने को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे किसी भी मामले में साधुओं को और श्मशान के उद्देश्यों के लिए निशुल्क जलावन की आपूर्ति सुनिश्चित करें । वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि वे बालताल आधार शिविर में मौसम व मांग के आधार पर यात्रियों के लिए 3000 किं्वटल जलावन की आपूर्ति करेंगे। मंत्री ने पर्यावरण विभाग को प्रदूशण नियंत्रण बोर्ड के साथ संयुक्त जागरूकता शिविर स्थापित करने और कूड़ेदान और प्रदूशण पर्यावरण से बचने के लिए संबंधित संदेशों के साथ प्रदर्शन स्क्रीन डालने का निर्देश दिया। बाद में मंत्री बालटाल आधार शिविर गए और वहां किए जा रहे प्रबंधों का जायजा लिया। उन्होंने बालताल में जलावन सह वन सहायता शिविर का भी उद्घाटन किया।