वन, पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी मंत्री राजीव जसरोटिया ने सीमा पार से आवर्ती गोलीबारी के कारण होने वाले नुकसान का जायजा लेने के लिए आज कठुआ जिले के हिरानागर के सीमावर्ती गांवों का दौरा किया और प्रभावित परिवारों को जिला प्रशासन द्वारा प्रदान की जाने वाली राहत का आकलन किया। उन्होंने सीमावर्ती गांवों म्यांरी, लोंडी, छन्न खत्रियां और बूबिया का दौरा किया और सीमावर्ती निवासियों के साथ बातचीत भी की। मंत्री के साथ विधायक हिरानगर, कुलदीप राज, उपायुक्त कठुआ रोहित खजुरिया, तहसीलदार, डीएसपी मुख्यालय, एसडीपीओ सीमा और नागरिक प्रशासन के अन्य अधिकारी भी थे। स्थानीय लोगों ने मंत्री को बताया कि उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। परीक्षाएं चल रही हैं लेकिन छात्र इसके लिए नहीं बैठ सकते हैं। सीमांत निवासी ज्यादातर किसान हैं और सीमा पार गोलीबारी के कारण उन्हें समय से पहले अपनी फसल काटने के लिए मजबूर होना पड़ा और उचित फसल पर अगली फसल बोने में असमर्थ रहे। इसके अलावा, घायल पशुधन की देखभाल, सीमा पार की गोलीबारी के दौरान स्थानांतरण, एलओसी और आईबी के साथ मुआवजे की असमानता, सीमा पार फायरिंग के दौरान क्षतिग्रस्त वाहनों का बीमा दावा, आबादी के पास राहत शिविर की स्थापना, क्षतिग्रस्त घरों और मृत पशुओं के लिए मुआवजे, रोजगार मृतक, विशेष भर्ती अभियान और स्थायी बंकरों के निर्माण जैसी कुछ मांगें सीमावर्ती निवासियों ने मंत्री के सामने रखा। ग्रामीणों ने भी सुरक्षित स्थानों पर भूखंड और मुआवजे की मांग की।
जसरोटिया ने उनकी समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुना और उन्हें सरकार से सभी आवश्यक मदद का आश्वासन दिया और नागरिक प्रशासन और पुलिस को लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सतर्क रहने का निर्देश दिया। उन्होंने उपायुक्त कठुआ को प्रभावित परिवारों की एक रिपोर्ट जमा करने का भी निर्देश दिया ताकि मानदंडों के तहत राहत उनके बीच वितरित की जा सके। हमारे देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने में सीमा निवासियों की भूमिका को रेखांकित करते हुए राजीव ने कहा कि वे पहली रक्षा पंक्ति हैं और हमारे राज्य के साथ-साथ हमारे देश के लोग भी ऋणी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जिन समस्याओं का सामना कर रहे हैं वे उनकी समस्या नहीं हैं लेकिन यह हमारी आम समस्या है और हमें इसे समेकित प्रयासों के माध्यम से हल करना है। जसरोटिया ने कहा कि एक आरामदायक माहौल बनाने के लिए रमजान के पवित्र महीने के दौरान युद्धविराम की घोषणा और कुछ अन्य कदम केंद्र सरकार द्वारा लिए गए है ताकि सीमावर्ती निवासियों को सीमा पार के टकराव से राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि सीमांत युवाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ जल्द ही भर्ती रैली शीघ्र ही आयोजित की जाएगी। सीमा पार से गोलाबारी के दौरान नुकसान को कम करने के लिए मंत्री ने कहा कि सुरक्षित स्थानों पर सभी सुविधाओं सहित सीमा भवन, नियत्रंण रेखा निवासियों के समान मुआवजा/ राहत और अन्य लाभ तथा उनकी शिकायतों का निवारण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मंत्री ने उपायुक्त कठुआ को स्थायी संरचना के निर्माण के लिए सुरक्षित स्थान पर भूमि की पहचान करने का निर्देश दिया ताकि सभी सुविधाओं के साथ इमारत आपातकाल के दौरान उपयोग की जा सके।