वनं एव पर्यावरण पशु एवं भेड़पालन सहकारिता एवं मछली पालन राज्यमंत्री मीर जुहूर अहमद ने आज गांदरबल जिले में मामर फिश फार्म का निरिक्षण कर कामकाज का जायजा लिया। इस अवसर पर मछलीपालन अधिकारियों ने मंत्री को जानकारी दी कि वर्श 2016.17 के दौरान 15 किवंटल ट्राऊट तथा 1ण्5 लाख बीज का उत्पादन किया गया है। उन्हें यह भी बताया गया कि इस समय गांदरबल जिले के निजि सैक्टर में 52 ट्राऊट तालाब तथा 50 कार्प तालाब क्रियशील हैं।यह जानकारी भी दी गई कि फिश फार्म मामर में वर्श 2017 अप्रैल से लेकर जून 2017 तक मछलियों की बिक्री से 3 लाख रु का राजस्व पैदा किया गया है।मीर जहूर ने मछलीपालन विभाग को निजि मछली केंद्रों के नियमित क्शेत्रीय दौरे करने तथा उत्पादकों को मछली प्रजातियों के बारे में तकनीकी जानकारी देने के लिए कहा ताकि इस मछली पालन क्शेत्र में अधिक से अधिक लोग शामिल हो सकें। उन्होंने कहा कि शिक्शित युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने हेतु यह एक बेहतर विकल्प है।दौरे के दौरान मंत्री ने उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवाई जा रही लकडी की स्थिति की जानकारी भी ली। उन्होंने लकडी डिपुओं का निरीक्शण कर इन डिपुओं में लकड़ी को रखने की स्थिति का जायजा भी लिया।
इस अवसर पर मंत्री को जानकारी दी गई कि राज्य वन निगम ने नवम्बर 2016 से अब तक बांदीपोरा गुरेज गांदरबल कंगन तथा सोनावर के 5 निर्वाचन क्षेत्रों के उपभोक्ताओें को 1ण्26 लाख सिक्योरफीट लकडी उपलब्ध करवाई है।मंत्री को यह जानकारी भी दी गई कि विभिन्न मस्जिद शरीफों इमाम बरस तथा सरकारी विभागों के मध्य 7102 किवंटल इंधन लकड़ी वितरित की गई है। यह भी बताया गया कि 470 नाविकों को अपनी नावों की मुरम्मत के लिए 8 सिक्योरफीट जबकि नई नावों को बनाने के लिए 12 से 15 सिक्योरफीट देवदार की लकड़ी उपलब्ध करवाई गई है।स्टाफ प्रबंधन के साथ बातचीत करते हुए मंत्री ने उन्हें समर्पणभाव से कार्य कर उपभोक्ताओं को समय पर लकड़ी उपलब्ध करवाने के लिए कहा। उन्होंने इस व्यवस्था में पारदर्षिता सुनिश्चित कर प्राथमिक आधार पर उपभोक्ताओं को लकड़ी देने के निर्देश भी दिये।मछली पालन वन एसएफसी तथा अन्य विभागों के वरिश्ठ अधिकारियों की एक टीम दौरे के दौरान मंत्री के साथ थी।