वन एवं पर्यावरण, पशु एवं भेडपालन राज्यमंत्री मीर जुहूर ने आज बल देते हुए कहा कि सम्बंधित विभागों को लोक सेवा आपूर्ति में तेजी लाने के लिए अपने प्रयासों को बढ़ाना होगा।मंत्री ने यह बात सोशल फारेस्टरी, वन्यजीव संरक्षण, पशु एवं भेड़पालन तथा मछली पालन विभागों के अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए यहां पर उन्होंने इन विभागों की कार्यप्रणाली की समीक्षा की।उन्होंने अधिकारियों पर बल देते हुए कहा कि वे लोगों को समय पर सेवाएं उपलब्ध करवाने हेतु क्षेत्र इकाईयों तथा निदेशालयों के बीच गहरा तालमेल बनाये रखें।बैठक में विभागों के कर्मचारियों की समस्याओं पर भी चर्चा की गई।भेड़पालन निदेशक कश्मीर मोहम्मद रमजान शेख, पशुपालन निदेशक कश्मीर एम.वाई. चापरू, मछली पालन निदेशक आर.एन. पंडिता, वन्य के मुख्य संरक्शक तथा सोशल फारेस्टरी निदेशक ए.के. पुता, वन संरक्शक श्रीनगर जावेद अहमद अंद्राबी, सहकारिता वित्त निदेशक मोहम्मद रफीक तथा सोशल फारेस्टरी वन्यजीव संरक्शण, पशु एवं भेड़पालन तथा मछली पालन विभागों के अन्य अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।बैठक में यह जानकारी दी गई कि सोशल फारेस्टरी विभाग ने 444, मछलीपालन विभाग में 339 तथा वन्यजीव संरक्शण विभाग में 1405 अस्थाई कर्मचारी हैं।बैठक में इन विभागों में कार्य कर रहे अस्थाई कर्मचारियों का भत्ता जारी करने पर विस्तृत चर्चा की गई।मीर जुहूर ने सम्बंधित विभागों के प्रमुखों को इस मुददे को हल करने के लिए एक ढांचागत प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये तथा उन्होंने अधिकारियों को निर्धारित लक्श्यों की प्राप्ति के लिए उत्साह एवं समर्पणभाव से कार्य करने के लिए कहा।