सहकारिता एवं लद्दाख मामलों के मंत्री चेरिंग दोरजे ने कहा कि सरकार ने राज्य के लोगों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के लिए सहकारिता विभाग की गतिविधियों के पुननिर्माण के लिए आधुनिक कदम उठाये हैं।दोरजे ने विभाग के अधिकारियों पर बल दिया कि वे निश्क्रिय सहकारिता समाजों की पुनबहाली के अलावा किसानों के कल्याण के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं को लागू करने के लिए लगातार प्रयास करें।बैठक में आज विभाग की सम्पूर्ण कार्यप्रणाली की समीक्शा करते हुए सहकारिता मंत्री ने विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों पर बल देते हुए कहा कि वे उत्साहपूर्वक कार्य कर उपभोक्ताओं को उचित मुल्यों पर विभिन्न उत्पादनों का विपणन सुनिष्चित करें।सहकारिता राज्यमंत्री मीर जुहूर भी बैठक में उपस्थित थे। सहकारिता आयुक्त सचिव निर्मल शर्मा, रजिस्ट्रार कॉप्रेटिव बशीर अहमद, सहकारिता अतिरिक्त सचिव, अतिरिक्त रजिस्ट्रार कॉप्रेटिव तथा अन्य वरिश्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।मंत्री ने सहकारिता समाज के आधुनिकीकरण की आवश्यकता पर बल देते हुए सम्बंधितों को इस सम्बंध में आवश्यक कदम उठाने को कहा। मंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि हमारा लक्श्य किसानों के उत्पादन को बेहतर विपणन उपलब्ध करवाना है तथा कहा कि निश्क्रिय समाजों को क्रियशील बनाना विभाग की प्राथमिकता होनी चाहिए।
मंत्री ने सम्बंधितों को राज्य में ऑर्गेनिक खादों का विपणन सुनिश्चित करने को कहाा जिसको लददाख में पहले से ही शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में कृशि उत्पादन को बढावा देने के लिए ऑर्गेनिक खाद का प्रयोग लाभदायक है।बैठक को सम्बोधित करते हुए मीर जुहूर ने राज्य में अधिक से अधिक सहकारिता समाज स्थापित करने पर बल दिया तथा उन्होंने सम्बंधितों को निगम के साथ युवाओं को भी जोड़ने को कहा। उन्होंने विभाग को नये कदम उठाकर समाज के सदस्यों के कार्यो में सुधार लाने को भी कहा ताकि वे अधिक से अधिक पैसे कमा सकें।बैठक में विभाग की कार्यप्रणाली की बहाली से जुड़े विभिन्न मुददों पर चर्चा की गई। एनसीडीसी में बहाली, चालू परियोजनाओं की स्थिति, एनसीडीसी के लिए प्रयोग की गई राशि का रिफंड, केपैक्स बजट के व्यय जैसे विभिन्न मुददों पर भी चर्चा की गई।रजिस्ट्रार कोप्रेटिव ने विभाग द्वारा शुरू की गई गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बैठक को विभाग की वित्तीय स्थिति तथा सहकारिता समाज की बहाली के लिए उठाये गये नये कदमों की जानकारी भी दी।