आम आदमी पार्टी (आप) ने आज कहा है कि पंजाब में 10 हजार करोड़ रुपए के चिट्ट -फंड घोटाले ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अपराधियों और ठगों को बादल सरकार की सरप्रस्ती रही है और बादल सरकार की छत्र -छाया तले इन अपराधियों और ठगों की तरफ से पंजाब की जनता को लूटा जा रहा है। आम आदमी पार्टी के लीगल विंग के प्रमुख और मजीठा हलके से पार्टी के उम्मीदवार हिम्मत सिंह शेरगिल ने पत्रकारों को संबोधन करते कहा कि यह बहुत मन्दभागी बात है कि ऐसे चिट्ट -फंड घोटाला, जिस में 3 लाख लोगों ने अपने खून-पसीने की कमाई निवेश की थी, ऐसे घोटाले के आरोपी शरेआम घूम रहे हैं और इसकी पड़ताल के लिए जो विशेष जांच टीम का गठन किया गया था, उस की तरफ से शरेआम झूठ बोला जा रहा है। एसएसपी पटियाला गुरमीत सिंह चौहान की स्टेटमैंट को आधार बनाते शेरगिल ने कहा कि नाभा जेल कांड में शामिल गैंगस्टर सुलक्खण गांव मत्तेवाल का रहने वाला है, जो मजीठा विधानसभा हलके में पड़ता है। शेरगिल ने कहा कि छानबीन से साफ हुआ है कि अपराधियों को कैबिनेट बिक्रम सिंह मजीठिया की तरफ से सरप्रस्ती दी गई थी। इसके बारे में न्यायिक जांच की मांग करते शेरगिल ने कहा कि अकाली दल की तरफ से अपराधियों और गैंग्स्टरों का इस्तेमाल लोगों को डराने के लिए किया जाता है।
शेरगिल ने कहा कि इनका इस्तेमाल अकालियों की तरफ से आगामी विधान सभा चुनाव मौके भय का माहौल पैदा करने और बूथों पर कब्जा करने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि डीजीपी पंजाब अनुसार पंजाब में इस समय 57 गैंगस्टर सक्रिय हैं। जिस से साफ है कि उप मंत्री सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व वाला ग्रह मंत्रालय पूरी तरह असफल हुआ है। इसके इलावा कांग्रेस पर बरसते शेरगिल ने कहा कि कांग्रेस एक बांटा हुआ घर और डूबी हुई किश्ती है। शेरगिल ने कहा कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रमुख कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने दलित कांग्रेसी विधायक त्रिलोचन सिंह सूंढ को इस कारण टिकट देने से मना कर दिया क्योंकि उसने पंजाब विधान सभा में बिक्रम मजीठिया की तरफ जूता फेंका था। शेरगिल ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से अपनी पार्टी के साथी को वापिस लाने की बजाए जूता कांड में अपने भतीजे मजीठिया को हिमायत दी गई। इस के इलावा दूसरे कांग्रेसी नेताओं एसएस दूलों और महेन्दर सिंह केपी ने भी कैप्टन अमरिन्दर सिंह पर दलित विरोधी होने का दोष लगाया है। शेरगिल ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मजीठिया को सीबीआई जांच से भी बचाया था, जब ड्रग सरगना भोला ने 6 हजार करोड़ के सिंथैटिक ड्रग रैकेट में मजीठिया का नाम लिया था।
शेरगिल ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व में टिकटों की बांट के बाद पार्टी में फूट पड़ गई है। उनेहंने कहा कि सुरजीत सिंह धीमान की तरफ से अमरगढ़ हलके से चुनाव लडऩे से पहले मन कर दिया गया था, और अब दबाव डाल कर उसके फैसले को बदल दिया गया है। उन्होंने कहा कि एक ओर कांग्रेसी नेता गुरबिन्दर सिंह अटवाल ने भुलत्थ विधान सभा हलके से चुनाव लडऩे से पहले ही मना कर दिया है। इसी तरह कांग्रेस के सीनियर नेता और सुनाम से टिकट के प्रमुख दावेदार राजिन्दर दीपा ने दोष लगाया गया है कि कांग्रेसी उम्मीदवार दमन कौर बाजवा के घरवालों के नशों के सरगना राजा कंधौला से सम्बन्ध थे। शेरगिल ने कहा है कि राहुल गांधी और नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से एक गुप्त मीटिंग की गई है। दिल्ली में कुछ दिन पहले लगभग एक घंटे चली इस मीटिंग में कैप्टन अमरिन्दर सिंह को मुख्य मंत्री पद के लिए उम्मीदवार ऐलानने से पक्ष बदल लिया गया।