उपराष्ट्रपति एम. हामिद अंसारी ने कहा कि बीजू पटनायक सिर्फ एक राजनीतिक नेता नहीं थे। वे एक ऐरोनोटिकल इंजीनियर, वायुसेना के एक पायलट, एक उद्यमी और एक असंदिग्ध अखंडता के व्यक्ति और एक स्वतंत्रता सेनानी, एक सच्चे राष्ट्रवादी थे और तब भी उनके प्रिय ओडिशा के हित उनके हृदय के बेहद करीब थे। एम. हामिद अंसारी ने रविवार को यहां बीजू पटनायक के शताब्दी समारोह को संबोधित कर रहे थे। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, ओडिशा सरकार के उद्योग विद्यालय एवं जन शिक्षा मंत्री देबी प्रसाद मिश्रा, ओडिशा सरकारी की महिला एवं बाल विकास, योजना एवं समन्वय मंत्री उषा देवी सहित कई लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि नेताओं की एक ऐसी पीढ़ी थी, जिन्होंने अच्छे कार्यो के लिए राष्ट्रीय सीमाओं से अलग निकल कर एक भूमिका निभाई और बिजयनंदा पटनायक या जैसा कि उन्हें प्यार से कहा जाता था, बीजू पटनायक एक ऐसे ही नेता थे। उन्होंने कहा कि बीजू पटनायक की अंतर्राष्ट्रीय ख्याति ऐसी थी कि उनके अंतिम संस्कार में तीन राष्ट्र भारत, इंडोनेशिया एवं सोवियत संघ के झंडे उनके शरीर से लिपटे हुए थे, जो कि एक दुर्लभ घटना थी।उपराष्ट्रपति ने कहा कि बीजू पटनायक का लोकतंत्र में ढृढ़ विश्वास था और वह हृदय से समाजवादी थे। उन्होंने वैज्ञानिक मनोवृत्ति में डूबे भारत के पंडित नेहरू के विजन को साझा किया तथा प्रौद्योगिकी को भारत के असंख्य समस्याओं को सुलझाने की कुंजी के रूप में देखा।
उन्होंने कहा कि पटनायक समाजवाद और संघवाद में दृढ़ विश्वास रखते थे और उनके ओडिशा की प्रगति एवं विकास के लिए उनकी एक दृष्टि थी। वह एक प्राकृतिक उद्यमी और कलिंगा एयरलाइंस और ओडिशा टेक्सटाइल मिल के संस्थापक थे। उन्होंने बताया कि वह कृषि सामंतवाद को ध्वस्त किए जाने तथा औद्योगिक क्रांति के पक्षधर थे।उन्होंने कहा, "हम एक महान नेता, अपने लोगों के लिए एक नायक, एक दूरदर्शी, एक आदर्शवादी, जिसने साहसी विचारों को प्रेरित किया, को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।"