कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल यहां उपचुनाव कराने में देर करना चाहते हैं। कांग्रेस ने यह आरोप आप के 21 विधायकों द्वारा भारतीय चुनाव आयोग को 'लाभ के पद' मामले में अपना जवाब दायर करने के लिए अतिरिक्त समय मांगने के बाद लगाया है। कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अजय माकन ने यहां मीडिया से कहा, "आप दिल्ली की 21 सीटों पर उपचुनाव से डरी हुई है और केजरीवाल नहीं चाहते कि पंजाब और गोवा चुनाव के पहले उपचुनाव हो, क्योंकि ऐसा नहीं होने से उन लोगों को उन राज्यों में झूठे दावे करने की इजाजत मिल जाएगी।"माकन ने कहा, "वह यहां उपचुनाव में देरी कर रहे हैं।
"माकन ने कहा कि यदि दिल्ली में आज चुनाव हो तो केजरीवाल की आप तीसरे स्थान पर आएगी। संसदीय सचिव नियुक्त किए गए आप के 21 विधायकों ने चुनाव आयोग को अपना जवाब देने के लिए चार हफ्ते का अतिरिक्त समय मांगा है। उसी के दूसरे दिन कांग्रेस नेता की यह टिप्पणी आई है। माकन ने कहा, "वे लोग बहुत कमजोर बहाना बना रहे हैं कि उनके पेन ड्राइव काम नहीं कर रहे हैं।" उन्होंने सवाल किया, "..और यदि पेन ड्राइव काम नहीं भी कर रहा हो तो उसकी वजह से चुनाव में देरी होनी चाहिए?"उन्होंने आप सरकार के कुछ फैसलों की जांच के लिए गठित शुंगलू समिति को भंग करने मांग करने पर आप पर निशाना साधते हुए कहा, "केजरीवाल की पार्टी की असली समस्या यह है कि वे लोग जब विपक्ष में होते हैं तो उनके कुछ और नियम होते हैं और जब सत्ता मिल जाती है तो वे कहते हैं कि दूसरे नियम हैं।"
उन्होंने कहा कि पहले जब आप विपक्ष में थी तो दावा करती थी वह पार्टी सूचना के अधिकार की चैंपियन है और वह पारदर्शिता चाहती है। अब यदि कोई दस्तावेजों में पारदर्शिता चाहता है तो उन्हें क्या समस्या है? माकन ने कहा कि जब वे विपक्ष में थे तो वे इसी शुंगलू समिति की रपट का इस्तेमाल शीला सरकार पर निशाना साधने के लिए करते थे। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को अपनी यह मांग फिर दोहराई कि उपराज्यपाल नजीब जंग को शुंगलू समिति को खत्म कर देना चाहिए, जो आप सरकार के कुछ फैसलों की जांच के लिए बनाई गई है।