भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह से तमिलनाडु में राष्ट्रपति शासन लगाने का अनुरोध किया। उन्होंने यह आग्रह राज्य की मुख्यमंत्री जे. जयललिता के लंबे समय से अस्पताल में भर्ती होने और उनकी लगातार संवादहीनता के मद्देनजर किया है। स्वामी ने राज्य में आर्म्ड फोर्सेज (स्पेशल पावर) एक्ट लागू करने की भी मांग की, क्योंकि उनका मानना है कि राज्य के रामनाथपुरम, तिरुनवेली, मदुरै और कन्याकुमारी में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के 'स्लीपर सेल' सक्रिय हो गए हैं तथा द्रविड़ कड़गम जैसे उपद्रवी संगठन, लिट्टे के कुछ बचे हुए लोग और नक्सली राज्य में उथल पुथल मचाने को तैयार हैं।एक प्रेस बयान जारी कर स्वामी ने कहा, "मैं केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से जयललिता के कार्यालय जाने लायक होने तक राज्य में संविधान के अनुच्देद 356 के तहत राष्ट्रपति शासन लागू करने और विधानसभा को निलंबित करने का अनुरोध करता हूं।"
भाजपा सांसद के अनुसार, मुख्यमंत्री के अनिश्चितकाल के लिए अस्पताल में भर्ती होने और उनकी लगातार संवादहीनता के कारण प्रदेश में उत्पन्न प्रशासनिक अव्यवस्था के मद्देनजर यह कदम उठाया जाना चाहिए।स्वामी ने कहा, "एक अवकाश प्राप्त मुख्य सचिव को राज्य के कामकाज के संचालन की अनुमति दी गई है।"उन्होंने बताया कि इस तदर्थ प्रशासनिक स्थिति के कारण राज्य के रामनाथपुरम, तिरुनवेली, मदुरै और कन्याकुमारी जिलों में आईएस के 'स्लीपर सेल' सक्रिय हो गए हैं।इस स्थिति के मद्देनजर स्वामी ने चेन्नई समेत राज्य के सभी दक्षिणी जिलों में छह महीने के लिए आर्म्ड फोर्सेज (स्पेशल पावर) एक्ट लागू करने की मांग की है।68 वर्षीय जयललिता बुखार और डिहाईड्रेशन के कारण गत 22 सितम्बर को अपोलो अस्पताल में भर्ती हुईं थीं।