इनेलो के पूर्व विधायक एवं पंचकूला जिलाध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार नही चाहती कि गांवों का विकास हो और केन्द्र की भाजपा सरकार को अढ़ाई साल से ज्यादा और राज्य सरकार को दो वर्ष होने को है लेकिन आज तक गांवों के विकास के लिए न तो ठोस नीति बनाई है और न ही गांवों के विकास के लिए पैसा दिया जा रहा है। प्रदीप चौधरी ने कहा कि खट्टर सरकार ने पहले तो शिक्षा की शर्त के नाम पर छ: महीने से ज्यादा वक्त सरपंचों के चुनाव नहीं होने दिए तो आज सीमेंट की सरकारी टैंडरिंग नही होने के कारण चार महीने से मोरनी ब्लॉक की 20 पंचायतें, रायपुररानी की 43 पंचायतें, बरवाला की 22 पंचायतें और पिंजौर की 37 पंचायतों समेत जिले की तकरीबन 123 ग्राम पंचायतों के विकास कार्य ठप्प पड़े है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी विकास कार्यो के लिए जल्द से जल्द सरकार को टैंडरिंग करवानी चाहिए ताकि लंबे समय से गांवों के रूके हुए विकास कार्य हो सकें।
इसके साथ ही नगर निगम में जो गांव पढ़ते है, उनका भी विकास नही हो पा रहा है। पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा कि खुले में शौच मुक्त करने के नाम पर जिला के गांवों में शौचालय बनाने के लिए जहां लोगों से सरकारी दबाव में शौचालय बनवाएं है, लेकिन उन शौचालयों पर खर्च होने वाला पैसा भी सरकारी स्कीम के तहत लोगों को नही मिल रहा है सरकार के कहने पर लोगों ने अपनी जेब से पैसा लगाकर शौचालय तो बना लिए लेकिन सरकार उनका पैसा दबाएं बैठी है। प्रदीप चौधरी ने मांग करते हुए कहा कि सरकार पहले तो जल्द से जल्द सीमेंट की टैंडरिंग करवाएं ताकि गांवों के विकास को तेजी दी जा सकें और दूसरा जिन लोगों के शौचालय बन गए है और उनका पैसा भी रिलीज करने का काम करें।
सरकार की ऑनलाइन सेवाएं ऑफलाइन सेवाओं से भी खस्ताहाल: इनेलो के पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा कि आज सरकार हर सरकारी व्यवस्था को ऑनलाइन करने पर तुली हुई है, लेकिन सरकार की ऑनलाइन की ऐसी सेवाएं है, जो ऑफलाइन सेवा से भी खस्ताहाल है, जिसके लिए सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि सरकार ने राशनकार्ड ऑनलाइन कर दिए, लेकिन अब तक राशनकार्ड ऑनलाइन बनने शुरू नही हुए और रोज लोग राशनकार्ड को लेकर सरकारी कार्यालयों में धक्के खा रहे है परंतु वहां से यही जवाब मिलता है कि राशनकार्ड की कॉपी नहीं है। चौधरी ने कहा कि ऑनलाइन खातों में सरकारी पैसा सही ढंग से नही आता है। यहां तक सरकार द्धारा पैंशन भी ऑनलाइन तो कर दी, लेकिन लोग डाकखानों से लेकर बैंकों में बेकार सेवाओं के चलते रोज परेशान हो रहे है।