चुनावों में रोजगार, महंगाई पर अंकुश लगाने के दावे करने वाली बीजेपी का असली चेहरा बेनकाब हो चुका है। बार-बार डीजल-पैट्रोल की मूल्यवृद्धि बढ़ाकर और बिजली विभाग का निजीकरण की पहलकदमी करने जैसे जनविरोधी नीतियों से ऐसा लगता है कि बेरोजगारी को बढ़ावा दे रही है और महंगाई से जनता की कमर तोडऩे का काम कर रही है। यह बात इनेलो के पूर्व विधायक एवं जिलाध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कही। उन्होंने कहा कि चुनावों के वक्त इनेलो दावा करती थी कि भाजपा सिरमायेदारों की पार्टी है, जो कर्मचारियों और आम आदमी के हितो की रक्षा कैसे कर पाएगी। पूर्व विधायक ने कहा कि थोड़े-थोड़े अंतराल के बीच भाजपा कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट के बावजूद आए दिन पैट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि पैट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ाने से रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़ी चीजों के दाम बढऩा संभाविक है और इनैलो इस प्रकार से भाजपा के तानाशाही फैसलों की निंदा करती है और यदि भाजपा भी कांग्रेस के कदमों पर चलकर जनता पर मनमानी के फैसलें थोपती रही तो फिर कांग्रेस-भाजपा में कोई अंतर नही रहा और मांग करती है कि बढ़ाई गई तेल की कीमतें वापिस लेकर जनता पर डाले आर्थिक बोझ को कम किया जाए।