हरियाणा के गृह सचिव श्री रामनिवास ने कहा कि जो पंचायतें गांवों में आपसी प्रेम भाईचारा और कानून व्यवस्था को मजबूत करने में अच्छा काम करेंगी, उन्हें सरकार द्वारा विकास कार्यों के लिए दिए जाने वाले अनुदान में विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि अपने-अपने गांव में युवा वर्ग को सही मार्ग दर्शन देकर नशे से दूर रखें तथा उन्हें शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्हें सही वातावरण प्रदान करें। रामनिवास आज कुरूक्षेत्र ढांड रोड पर एक प्रतिष्ठान में पंचायती राज में पुलिस की भूमिका विषय पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कुछ शरारती तत्व गांव में वातावरण को खराब करना चाहते हैं। ऐसे लोगों से अपने बच्चों को बचाए रखें तथा उन्हें अच्छे रोजगार के लिए अच्छी शिक्षा के लिए अग्रसर होने के लिए प्रेरित करें। गृह सचिव ने कहा कि युवा वर्ग का लक्ष्य सही मार्ग पर चलते हुए अच्छे रोजगार का होना चाहिए, इसलिए उन्हें अच्छी प्रतियोगिता के लिए कड़ी मेहनत के लिए मार्ग दर्शन करें।
उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में प्रदेश में सरकार की तरफ से 40 हजार पदों के लिए सरकार नौकरी पर भर्ती करने का लक्ष्य रखा है। इसके अतिरिक्त 7 हजार कर्मचारी पुलिस के लिए भर्ती किए जाएंगे। गांव के युवकों को किसी भी प्रकार के नशे के चंगुल से बचाते हुए उन्हें सही दिशा दें। श्री रामनिवास ने कहा कि जिला कैथल में 800 युवक हैपीटाईटस सी से पीडि़त है, जिसका मुख्य कारण नशा है। ग्राम पंचायतों को ऐसे लोगों की पहचान करनी चाहिए। प्रत्येक सरपंच अपने निकटतम थाना प्रबंधक का फोन नंबर अपने पास रखें तथा उनसे लगातार संवाद बनाए रखें। यदि गांव में कोई शरारती तत्व गांव का वातावरण खराब करने की कोशिश करता है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। सरकार द्वारा अपराधियों की सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा तथा उचित ईनाम भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन 24 घंटे जनता की सेवा के लिए तत्पर है तथा प्रशासन के लिए जनता सर्वोपरि है। बिजली, पानी और कानून व्यवस्था की किसी भी प्रकार की समस्या तुरंत प्रशासन के नोटिस में लाएं तथा हर कीमत पर शहर और गांव में आपसी भाईचारा और सौहार्द का वातावरण बनाए रखें।
उन्होंने कहा कि हरियाणा वेदों और उपनिषदों की धरती है, जहां आज भी राखी घड़ी में सिंधु घाटी की सभ्यता के अंश मिले हैं। हमें अपनी प्राचीन संस्कृति को कायम रखते हुए प्रेेम और भाईचारे को मजबूत बनाए रखना है। पुलिस महानिदेशक श्री केपी सिंह ने पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों से कहा कि पार्टी बाजी से ऊपर उठकर पंच पमनवेश्वर की भूमिका निभाते हुए गांव में आपसी प्रेम की परंपरा और मर्यादा को बनाए रखें तथा समाज की बेहत्तरी के लिए काम करें। उन्होंने प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे गांव में कोई भी फैसला करते समय अच्छे को अच्छा और बूरे को बूरा कहने में किसी भी प्रकार का संकोच न करें।ऐसी परम्परा से समाज में शांति आएगी तथा सद्भाव का वातावरण तैयार होने से गांव में विकास कार्य और तेज गति से होंगे। उन्होंने दो जिलों का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस जिला में कानून व्यवस्था और शांति का वातावरण था उस जिला से 8 युवक आईएएस व आईपीएस में आए हैं, जबकि कानून व्यवस्था की स्थिति से बिगड़े हुए जिला से कोई भी आईएएस व आईपीएस निकलकर नही आया। इसलिए अपने-अपने गांव में ऐसा वातावरण तैयार करें, जिसमें युवक व युवतियां शिक्षा के क्षेत्र में अग्रसर होकर विकास की नई बुलंदियों को हासिल करें।
उन्होंने कहा कि समाज में कुछ ऐसे तत्व भी हैं, जो आंखों में धुल झोंककर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं। पिछले दिनों सड़कों के किनारों से पेड़ काटकर रास्ते बंद कर दिए गए। पेड़ काटना सबसे बड़ा अपराध है। जिला कैथल में लगभग एक हजार पेड़ इस आंदोलन के कारण काटे गए। इन पेड़ों की जगह ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाकर काटे गए पेड़ों की भरपाई करने का प्रयास करें। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि कुछ गांव में बिजली के बिलों की लंबित राशि बढ़ रही है। बिजली बिलों की अदायगी नही की जाएगी तो सरकार बिजली की आपूर्ति कहां से करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार भी बिजली खरीद कर बिजली की आपूर्ति कर रही है। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से कहा कि नकारात्मक सोच से समाज का भला नही हो सकता, इसलिए युवा पीढ़ी को सकारात्मक सोच दें। इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक गुप्तचर श्री अनिल राव, विधायक कुलवंत बाजीगर, कुरूक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक सिमरदीप सिंह, यमुनानगर के पुलिस अधीक्षक समुेर प्रताप सिंह, करनाल के पुलिस अधीक्षक पंकज नैन, प्रशिक्षणाधीन आईपीएस निकिता गहलोत, एसडीएम नरेंद्र पाल, ओमप्रकाश, कमलप्रीत कौर, नगराधीश नवीन आहुजा, भाजपा नेता रणधीर गोलन, राजपाल तंवर, रवि भूषण गर्ग, राव सुरेंद्र, अरूण सर्राफ, बार एसोसिएशन के प्रधान सुभाष गौतम, जिला न्यायवादी ईश्वर सिंह, मुनीष कठवाड़ आदि मौजूद रहे।