डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने आज होशियारपुर के मोहल्ला फतेहगढ़ स्थित पुनर्वास केंद्र और सिविल अस्पताल स्थित नशा मुक्ति केंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पुनर्वास केंद्र में भर्ती युवाओं से बातचीत की और उन्हें मिल रही इलाज सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पुनर्वास केंद्र में भर्ती युवाओं को जल्द ही जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा खाद्य उत्पादन एवं सैलून का व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे स्वस्थ होने के बाद अपना काम शुरू कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकें।
इस दौरान उन्होंने नशा मुक्ति केंद्र के विभिन्न वार्डों का भी दौरा किया और साफ-सफाई, दवा और मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार का मुख्य उद्देश्य राज्य को नशा मुक्त कर एक रंगला और हंसता-खेलता पंजाब बनाना है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए लगातार प्रयासरत है।इस अवसर पर सिविल सर्जन डा. बलविंदर कुमार डूमाना, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डा. हरबंस कौर, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. मनमोहन सिंह, जिला रेडक्रॉस सोसायटी सचिव मंगेश सूद, रोजगार कार्यालय काउंसलर आदित्य राणा व अन्य मौजूद रहे।