पंजाब के विलक्षण और शानदार संस्कृति को दर्शाते एमिटी यूनिवर्सिटी मोहाली में पहले पंजाब टूरिज्म सम्मेलन के दौरान विश्व भर के लोगों को रिवायती मूल्यों और पंजाब की समृद्ध संस्कृति से अवगत करवाया गया।मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने यहाँ विशेष प्रदर्शनी केंद्र स्थापित किया, जिसने गरिमापूर्ण आतिथ्य के साथ-साथ सैलानियों के दिलों को छू लिया।
पंजाब के रिवायती पहनावों में सजी महिला स्टालों पर विरासती तरीके से कपड़े पर कढ़ाई कर रही थीं वहीं साथ ही कुर्ता-पायजामों में पुरूष ढोल की थाप पर नाचते नज़र आए।इस सम्मेलन में पंजाब की परंपरागत मूल्यों, पंजाबी गीत, त्रिंजन ( औरतों के इकठ्ठा बैठ कर चरखा कातना और गीत गाने की रिवायती पंजाबी परंपरा), पिंड दी सत्थ ( रिवायती तौर पर गाँव के बीच में स्थित एक पेड़ नीचे बैठना), तीज और पींघ (सजे झूले पर लड़कियों का झूलना) के ज़रिये पंजाबियों के समृद्ध इतिहास को दर्शाया गया।
इसमें भंगड़ा, गिद्दा, कीकली, सम्मी और नाचों के विभिन्न ढंगों का प्रदर्शन भी किया गया। दर्शकों को सिख गुरू साहिबान के पवित्र लेखन और कविता सहित पंजाबी साहित्य के बारे भी अवगत करवाया गया। प्रदर्शनी में राज्य के ऐतिहासिक और पर्यटन स्थानों के बारे भी जानकारी दी गई। ज़िक्रयोग्य है कि इस सम्मेलन के दौरान राज्य के सभी 23 जिलों की महत्ता को उजागर किया गया।
62 वर्षीय महेन्दर कौर ने इस निवेकली पहलकदमी के लिए राज्य सरकार का धन्यवाद करते हुये कहा कि पुरानी रिवायत अनुसार आटा-चक्की के साथ गेहूँ पीसती हुयी महिलाओं को देख कर उनको अपने बचपन की यादें ताज़ा हो गई जब उनके पैतृक गाँव में उनकी दादी आटा-चक्की का प्रयोग करती थी।
एक अन्य मेहमान सुरिन्दर पाल सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा पंजाब टूरिज्म समिट ने लोगों को राज्य की समृद्ध संस्कृति को उजागर करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है। यह समागम नयी पीढ़ी को पंजाब की विविध संस्कृति और भाईचारे को जोड़ने के साथ-साथ इससे और अच्छी तरह अवगत भी करवाएगा।
पंजाब के पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों संबंधी मंत्री अनमोल गगन मान ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व अधीन राज्य सरकार पंजाब को पर्यटन केंद्र के तौर पर बढ़ावा देने और इसकी पुरानी शान को बहाल करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि यह पर्यटन सम्मेलन सरकार द्वारा पर्यटन को उत्साहित करने के साथ-साथ पंजाब की समृद्ध और विरासती संस्कृति से लोगों को अवगत करवाने के लिए एक अहम और विलक्षण प्रयास है।