डिप्टी कमिश्नर कपूरथला श्री विशेष सारंगल ने आज सुल्तानपुर लोधी स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट के अधीन चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जिला प्रशासकीय परिसर में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की,जहां पवित्र नगरी में चल रहे विकास कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए निजी तौर पर रूचि से कार्य करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सुलतानपुर लोधी को बारास्ता तलवंडी चौधरी और रेल कोच फैक्ट्री के माध्यम से 4 लेन सड़कों से जोड़ने, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण और पेयजल आपूर्ति योजनाओं को पूरा करने पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि करीब 74.11 करोड़ रुपये की लागत से मूंदी मोड़ से सुल्तानपुर लोधी तक 17.40 किलोमीटर और ददविंडी से सुल्तानपुर लोधी तक 4 लेन सड़क का निर्माण तेजी से चल रहा है, जिससे पवित्र शहर से बढिया सड़क संपर्क स्थापित होगा।
शहर, बल्कि दोआबा तक और माझा क्षेत्र से मालवा जाने वाले लोगों को भी बड़ी सुविधा मिलेगी। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इन सड़कों का समय पर निर्माण सुनिश्चित करने और कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने यह भी स्पष्ट निर्देश दिए कि सड़क निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।
श्री सारंगल ने स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट के तहत सुल्तानपुर लोधी में 14 करोड़ रुपये की लागत से 4 स्कूलों को स्मार्ट स्कूल के रूप में स्थापित करने के संबंध में शिक्षा विभाग के अधिकारियों से रिपोर्ट ली। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग और शिक्षा विभाग मिलकर सीनियर सकैंडरी स्कूल (लड़कें और लड़कियों) और स्मार्ट आंगनबाड़ियों की स्थापना में तेजी लाएं।
उन्होंने सुल्तानपुर लोधी से जबोवाल सड़क पर बन रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के कार्य में तेजी लाने के संबंध में सीवरेज बोर्ड के अधिकारियों को जून 2023 की निर्धारित समय सीमा तक पूरा करने को कहा ताकि शहर के गंदे पानी को साफ कर फसलों की सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जा सके।
सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) संबंधी में काम जल्द पूरा करने का आदेश दिया गया, इसके तहत शहर की सुरक्षा के लिए 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने है। उन्होंने किला सराय की संभाल संबंधी पुरातत्व विभाग के प्रदर्शन की भी समीक्षा की।
डिप्टी कमिश्नर ने संबंधित विभागों को साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट पेश करने के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग, सीवरेज बोर्ड, नगर परिषद, शिक्षा विभाग, पेडा और पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जल आपूर्ति के अधिकारी उपस्थित थे।