भारत की शीर्ष महिला हॉकी डिफेंडर दीप ग्रेस एक्का ने खुलासा किया है कि बमिर्ंघम राष्ट्रमंडल गेम्स के फाइनल में खेलना बहुत बड़ी बात होती, लेकिन कांस्य पदक के साथ पोडियम पर खड़ा होना भी एक उपलब्धि है, जो टीम का मनोबल बढ़ाने वाला है। दीप ग्रेस एक्का के साथ महिला टीम इस साल के अंत में वालेंसिया (स्पेन) में एफआईएच महिला हॉकी राष्ट्र कप की तैयारी शुरू करने के लिए बेंगलुरु में भारतीय खेल प्राधिकरण के परिसर में लौटेंगी।
डिफेंडर ने कहा, "हम निश्चित रूप से बमिर्ंघम में फाइनल खेलना पसंद करते, लेकिन कांस्य पदक जीतना हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि थी। पोडियम पर खड़ा होना एक ऐसा क्षण है जिसे हम कभी नहीं भूल पाएंगे। यह पूरी टीम के लिए एक बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला है।"टोक्यो में महत्वपूर्ण ओलंपिक खेलों 2020 से शुरू होकर बमिर्ंघम राष्ट्रमंडल गेम्स में कांस्य पदक के साथ समाप्त करने वाली महिला हॉकी टीम के लिए पिछले 12 महीने काफी अच्छे रहे हैं।
वे अब अपना ध्यान वालेंसिया, स्पेन में 10 दिसंबर से शुरू होने वाले महिला हॉकी राष्ट्र कप पर लगाएंगे। ग्रेस एक्का को उम्मीद है कि टीम आगे भी अपनी इस तरह की जीत को जारी रख सकती है। उन्होंने कहा, "हमने बमिर्ंघम में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन अब वह गुजर चुका है। हमें एक अच्छा ब्रेक मिला है और अब हमें आगे बढ़ने पर ध्यान देना होगा।
मुझे यकीन है कि मुख्य कोच जेनेक शोपमैन हमारे पिछले प्रदर्शन का आकलन करेंगे और शिविर में आने वाले दिनों की योजना बनाएंगे।"सविता की कप्तानी वाली टीम अगले दौरे से पहले एक लंबे कैंप के लिए तैयार है और अनुभवी डिफेंडर को अपने अगले टूनार्मेंट से पहले कड़ी मेहनत करने की उम्मीद है।