स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि न्यूजीलैंड ने शनिवार को अपना पहला मंकीपॉक्स मामला दर्ज किया। मंत्रालय ने कहा कि ऑकलैंड का रहने वाला 30 वर्षीय व्यक्ति हाल ही में विदेश यात्रा से लौटा था। वह ऐसे देश गया था, जहां मंकीपॉक्स के मामले अभी भी सामने आ रहे हैं।
पिछले महीने, न्यूजीलैंड में मंकीपॉक्स को आधिकारिक तौर पर एक गंभीर बीमारी के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। मंत्रालय के अनुसार, न्यूजीलैंड की लैब में मंकीपॉक्स पीसीआर टेस्ट उपलब्ध है। मामले का पता लगाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।
मंत्रालय ने विदेश में रहने वाले लोगों से मंकीपॉक्स के लक्षणों से अवगत रहने और डॉक्टरों से परामर्श लेने की अपील की है। मंकीपॉक्स इंसानों को होने वाले चेचक की तरह होता है। इसके लक्षण भी चेचक के लक्षणों के समान, लेकिन हल्के होते हैं। इससे निमोनिया, इन्सेफलाइटिस या आंखों में संक्रमण जैसी अन्य खतरनाक समस्याएं हो सकती हैं।