डिप्टी कमिशनर विशेष सारंगल ने आज गाँवों में लाल लकीर वाले क्षेत्रों की वैरीफीकेशन करने के लिए 'मेरा घर, मेरे नाम' योजना के तहत पंजाब सरकार के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने राजस्व विभाग और ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे जिले के सभी 546 गांवों में लाल लकीर क्षेत्रों की पहचान कर ड्रोन से उनकी वैरीफीकेशन करेंगे। इसके तहत उन इलाकों की सही लोकेशन का रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि अब तक जिले के 102 गांवों में वैरीफीकेशन का काम पूरा हो चुका है और इस योजना के तहत रोजाना 3-4 गांवों को कवर किया जा रहा है। डिप्टी कमिशनर ने निर्देश दिए कि इस जनकल्याण योजना में ढील सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि बीडीपीओ और तहसीलदारों का आपसी समूह बनाया जाए ताकि बढिया तालमेल के साथ काम को तेजी से पूरा किया जा सके।
इसके अलावा डिप्टी कमिशनर ने जिला राजस्व अधिकारी को प्रत्येक तहसील के गांवों के अनुसार रोस्टर तैयार करने के निर्देश दिए, जिसे निचले स्तर के अधिकारियों के साथ सांझा किया जा सके ताकि काम को और उचित ढंग से किया जा सके। उन्होंने अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर विकास श्री एस.पी. अंगरा को 'मेरा घर, मेरे नाम' योजना की प्रगति की रोजाना आधार पर समीक्षा करने को भी कहा।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को वैरीफीकेशन के लिए तकनीकी प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। बैठक के दौरान जिला राजस्व अधिकारी मेजर जी.पी. सिंह बेनीपाल, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी हरजिंदर सिंह, सभी बीडीपीओ और तहसीलदार उपस्थित थे।