Rahul Gandhi से National Herald Case में ED ने काफी लंबी पूछताछ की। ये पूछताछ 5 दिनों तक चली। वहीं राहुल गांधी ने इस बारे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से खुल कर बात की। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने बताया कि ED ने मुझे पहले ही बता दिया कि ये पूछताछ काफी लंबी हो सकती है। इससे आपको कोई परेशानी तो नहीं थी। मेरा जवाब सुनकर वो सभी हैरान थे।
राहुल गांधी ने कहा उन्होंने ED के अफसरों से कहा कि मैं विपश्यना योग साधना करता हूं। उसमें बैठना पड़ता है। तो मुझे ज्यादा देर बैठने की आदत हो चुकी है। मुझे ज्यादा देर बैठने में कोई दिक्कत नहीं है। 10 घंटे बैठने पर भी मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। फिर ED अधिकारियों ने मुझसे विपश्यना के बारे में पूछा। लेकिन मैंने उन्हें सच नहीं बताया। आप जानते हैं सच क्या है? सच यह है कि उस कमरे में मैं अकेला नहीं बैठा था। उस कमरे में मेरे साथ कांग्रेस का हर नेता हर कार्यकर्ता बैठा था। एक आदमी को तो थकाया जा सकता है, लेकिन कांग्रेस पार्टी के हर नेता हर कार्यकर्ता को थकाना संभव नहीं।
सिर्फ कांग्रेस पार्टी के नेता-कार्यकर्ता उस कमरे में नहीं थे। उस कमरे में हर वह शख्स मौजूद था, जो सरकार से बिना डरे लड़ता है। हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ने वाले सब लोग मेरे साथ उस कमरे में बैठे हुए थे तो मैं थकूंगा कैसे। राहुल गांधी ने आगे कहा कि 5 दिनों बाद आखिरी दिन ED के अधिकारियों ने कहा कि राहुलजी आपने इतने शांत मन से सभी सवालों के जवाब दिए। आपने हर सवाल को सुना, आपने जवाब दिया फिर आपने चेक किया। इतना पेशेंस आपके अंदर कैसे आया। मैं आपको बताऊं पेशेंस कहा से आया। कांग्रेस पार्टी में 4 साल से काम कर रहा हूं। इस बात को कांग्रेस का हर कार्यकर्ता समझता है। ये जो हमारी पार्टी और संगठन है। हमारी पार्टी हमें थकने नहीं देती है। ये मुझे हर रोज पेशेंस सिखाती है। हर रोज लड़ते हैं। मेरे जवाब के बाद ED के अफसर भी इस बात को समझ गए थे कि कांग्रेस के किसी भी कार्यकर्ता को डराया या धमकाया नहीं जा सकता।
इसी बीच राहुल गांधी ने सचिन पायलट का भी नाम लिया। राहुल ने कहा- कांग्रेस पार्टी में 2004 से काम कर रहा हूं। पेशेंस नहीं आएगा तो क्या आएगा? इस बात को कांग्रेस का हर नेता समझता है। देखो सचिन पायलट जी बैठे हुए हैं। सिद्धारमैया बैठे हैं, रणदीप बैठे हैं, सब पेशेंस से बैठे हैं। ये हमारी जो पार्टी है, यह हमें थकने नहीं देती है। यह रोज पेशेंस सिखाती है। राहुल गांधी का सब्र रखने के मामले में सचिन पायलट का नाम लेना कांग्रेस की अंदरुनी सियासत के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले समय में सचिन पायलट को पार्टी में बड़े रोल के साथ देखा जा सकता है।