प्रिंसिपल सचिव सैरीकल्चर, एग्रीकल्चर एवं पषु एवं भेड पालन विभाग नवीन चौधरी ने सैरीकल्चर विकास विभाग की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें उन्होंने इस क्षेत्र को आधुनिक तरीके से विकसित करने पर जोर दिया ताकि क्षेत्र को अत्याधिक लाभान्वित किया जा सके।इस अवसर पर निदेषक सैरीकल्चर मंजूर अहमद ने विभिन्न विकासषील गतिविधियों पर पावर प्वाइंट प्रैजेटेषन दिया और इस बात से भी अवगत करवाया कि वर्तमान में सैरीकल्चर का अभ्यास 27000 परिवारों द्वारा किया जाता है, जोकि जम्मू कष्मीर के केन्द्र षासित प्रदेष में 800 एमटी के वार्शिक कोकून उत्पादन 117 एमटी के कच्चे रेषम उत्पादन के साथ किया जाता है।चौधरी ने बैठक में जोर देते हुए कहा कि इस क्षेत्र को आधुनिक तरीके से विकसित किया जाये ताकि इससे जुडे किसानों को फायदा हो। उन्होंने गांव के लोगों के लिए अतिरिक्त साधन उत्पति करने वाले सैरीकल्चर पर जोर दिया और कहा कि वर्तमान में इससे सम्बंधित आवष्यक कदम उठाये जाने की आवष्यकता है।उन्होंने कहा कि आने वाले समय में षहतूत के पेड लगाने के साथ साथ सालाना 10 प्रतिषत उत्पाद वाले कोकून कच्चे रेषम की बढोतरी के लिए जरूरी कदम उठाये जाने की जरूरत है।नवीन चौधरी ने सम्बंधित अधिकारियों को विकासात्मक योजनाओं के साथ मिलजुल कर कार्य करने पर जोर दिया।