भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और फिल्म अभिनेता शुत्रघ्न सिन्हा ने एक बार फिर कहा कि 'अगर सच कहना बगावत है तो समझो मैं भी बागी हूं।' शुत्रघ्न सिन्हा बुधवार को चित्रकूट जिले के रामायण मेला परिसर में अपना दल (कृष्णा गुट) द्वारा आयोजित किसान महासम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, "भाजपा ने अभी तक मुझे छोड़ा नहीं है और न मैं पार्टी को छोड़ पाया हूं। लेकिन, पार्टी के भीतर जो कुछ भी चल रहा है, मैं उसे पचा नहीं पा रहा हूं। शीर्ष नेताओं के साथ जो व्यवहार किया जा रहा है, वह उचित नहीं है।" सिन्हा ने कहा 'तुगलकी फरमान की तरह की गई नोटबंदी से आम और खास सभी लोग परेशान हुए हैं। व्यापारियों का कारोबार चैपट हो गया, मंहगाई अपने चरम पर है।" उन्होंने कहा, "मैं इन बातों को जनहित में उठाता हूं, तो मुझे बागी माना जाता है। अगर सच कहना बगावत है तो समझो मैं भी बागी हूं।" जनसभा के बाद संवाददाताओं ने जब उनसे पूछा कि क्या अगला लोकसभा चुनाव वह फिर भाजपा के ही टिकट पर लड़ेंगे तो उन्होंने अपना डायलॉग दोहराते हुए बस 'खामोश' कहा।