वरिष्ठ अभिनेता-निर्माता संजय खान की आत्मकथा 'द बेस्ट मिस्टेक्स ऑफ माई लाइफ' के लांच के मौके पर जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे। कार्यक्रम के दौरान ऐसा क्षण भी आया जब संजय खान भावुक हो उठे। अन्य अतिथियों में शत्रुघ्न सिन्हा, हेमा मालिनी, दिया मिर्जा, साहिल संघा, नीलम कोठारी, समीर सोनी, सिमोन अरोरा, पूनम ढिल्लो, कबीर बेदी और अपूर्व लखिया जैसी फिल्मी हस्तियों के अलावा लेखक फारूक ढोंडी और सुनील अलग भी थे। कार्यक्रम में संजय की संतानों जायद, सुसेन, सिमोन और फरह के साथ-साथ उनकी पत्नी जरीन भी मौजूद थीं। परिवार की करीबी मित्र दिया मिर्जा रविवार को आयोजित हुए कार्यक्रम की मेजबान थीं।
उन्होंने अभिनेता के जीवन के कई पहलुओं से रूबरू कराया। संजय ने कहा, "मेरे लिए यह बहुत भावुक क्षण है। मैंने कभी जीवनी लिखने के बारे में नहीं सोचा था। लेकिन, जीवनी लिखने के दौरान मुझे कई पलों को दोबारा जीने का मौका मिला और मुझे मेरे जीवन, मेरे दोस्तों और उन सभी की अहमियत बताई जो मेरे साथ खड़े रहे।" उन्होंने किताब से अपने मार्गदर्शक और प्रेरणा दिवंगत राज कपूर से संबंधित एक अंश भी पढ़ा। संजय ने अपनी जीवनी में बॉलीवुड और इससे बाहर के अपने सफर का वर्णन किया है। संजय ने 40 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया, 'चांदी सोना' और 'काला धंधा गोरे लोग' जैसी फिल्मों तथा 'स्वोर्ड ऑफ टीपू सुल्तान' जैसे टीवी शो का निर्माण और निर्देशन किया है।