सहकारिता एवं लद्दाख मामलों के मंत्री चेरिंग दोरजे ने आज जेकेपीडीसी के माध्यम से फे में 800 कनाल भूमि पर 20 मेगावाट की क्षमता का एक सोलर पॉवर प्लांट लगाने के सम्बंध में फे गांव का दौरा किया यहां पर उन्होंने इस परियोजना के लिए उपलब्ध करवाई जा रही भूमि के सम्बंध में लोगों के साथ इस मुद्दे तथा पीडीसी की निगम सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के तहत सिंधु से सिंचाई के लिए पानी तथा फे गांव के लोगों को उपलब्ध करवाये जाने वाले पीने के पानी जैसे अन्य मुद्दों पर चर्चा की।मंत्री ने कहा कि लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम फे गांव की लम्बित मांग थी जो प्रधानमंत्री कृशि सिंचाई योजना में दर्षाई गई है, परंतु राशि की कमी के कारण इस परियोजना का कार्य में विलम्ब हुआ। मंत्री ने कहा कि पीडीसी के निगम सामाजिक जिम्मेदारी के तहत इस लम्बित कार्य को पूरा करना होगा जिससे गांव में पानी के पानी की समस्या हल होने के अलावा गांव वासियों को एक भरोसेमंद पेयजलापूर्ति योजना मिलेगी।मंत्री ने गांव के लोगों से कहा कि इस सोलर पावर परियोजना तथा लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम का कार्य इसी अवधि के दौरान एक साथ शुरू किया जाएगा।
इस परियोजना से फे गांव के लोगों के लिए अधिक से अधिक लाभ को देखते हुए दोरजे ने लोगों से आग्रह किया कि वे इस परियोजना को सुचारू रूप से पूरा करने हेतु ऊर्जा विकास निगम को पूरा सहयोग दें।मंत्री ने नुबरा, ललोक तथा लेह में बड़ी क्षमता की और नई हाईडल पावर परियोजनाएं शुरू करने की आशंका भी जताई तथा आशा जताई कि इन परियोजनाओं का कार्य कुछ वर्शों के भीतर शुरू किया जाएगा। मंत्री ने फे गांव वासियों को आश्वासन दिया कि वह पीडीसी के सीएसआर के तहत फे गांव को गोद लेने हेतु प्रयास करेंगे जिससे इस गांव का सम्पूर्ण विकास होगा।लोगों ने मंत्री के समक्ष विभिन्न मांगों को रखा जिनमें सड़क पर तारकोल बिछाना, भीतरी सड़कों को पूरा करना तथा 2010 में आई बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त सिंधु के अन्य किनारे से जुड़े पैदल चलने वाले पुल के बदले सिंधु पर वाहन पुल षुरू करना षामिल है।क्षेत्रीय काउंसिलर फंसोग दोरजे तथा जेकेपीडीसी के एक्सईएन षिव कुमार भी दौरे के दौरान मंत्री के साथ थे।