राज्य में सहकारी आंदोलन को गति प्रदान करने के लिए सहकारी एवं लददाख मामलों के मंत्री चरिंग दोरजे ने सम्बंधितों पर बल देते हुए कहा कि विभिन्न सहकारी संस्थाओं में पहले से दूसरे चरण के चुनावों की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करवाई जाये।उन्होंने यह बात सहकारी विभाग की कार्यकारिणी की समीक्शा करते हुए एक उच्चस्तरीय बैठक में कही।इस बैठक में वन, पर्यावरण, पशु एवं भेड़पालन, सहकारी एवं मछली पालन के राज्यमंत्री मीर जुहूर अहमद, आयुक्त सचिव सहकारी, बशीर अहमद भटट तथा सहकारी विभाग के अन्य वरिश्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।मंत्री ने कहा कि इस सम्बंध में अधिसूचना जारी करने से पूर्व सम्बंधित जिला विकास आयुक्तों से भी चर्चा की जाये। दोरजे ने कहा कि राज्य में सहकारी संस्थाओं को स्थापित करने से पर्याप्त रोजगार के अवसर उत्पन्न करवाये जा सकेंगे। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों से कर्मचारियों के लिए कार्यशालाओं का आयोजन करने को कहा ताकि राज्य के नौजवानों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जागरूक करवाया जा सके।राज्य में विभिन्न जगहों पर उपलब्ध सहकारी सम्पतियों की जानकारी लेते हुए मंत्री ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इन जगहों पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण नहीं होना चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों से तुलसीबाग में सहकारी कार्यालय के निर्माण हेतु डीपीआर तैयार करने को कहा। बैठक में सम्बोधित करते हुए मीर जूहूर ने कहा कि जो भी चीजें राज्य के सहकारी तथा सुपर बाजार में उपलब्ध होती है उनका मिडिया द्वारा विस्तृत प्रचार होना चाहिए।बैठक के दौरान सुपर बाजारों की कार्यकारिणी पर भी चर्चा हुई। बैठक में सुचित किया गया कि सुपर बाजार जम्मू तथा श्रीनगर से अच्छा राजस्व उत्पन्न हुआ है। बैठक में यह भी बताया गया कि सहकारी बाजार तुलसीबाग अच्छे ढंग से चल रहा है तथा विभाग के पास नागरिक सचिवालय में सहकारी बाजार स्थापित करने का भी प्रस्ताव है। बैठक के दौरान बताया गया कि 945 पंजीकृत संस्थाओं में से 598 संस्थाएं कश्मीर संभाग में कार्यरत हैं।बैठक के दौरान विभाग के डीपीसी के मुददे पर भी चर्चा हुई तथा मंत्री ने रजिस्ट्रार सहकारिता को डीपीसी बैठकों का आयोजन करने को कहा ताकि विभिन्न कैडरों के कर्मचारियों की पदोन्नति के मामले सुलझाये जायें।