चंडीगढ़ के सेक्टर 34 स्थित वेस्ट हाईलेंडर इमीग्रेशन कंपनी द्वारा जुलाई माह में स्टूडेंट डिपेंडेंट वीजे लगवाए। न्यूजीलेंड में पढऩे वाले छात्रों के स्पाउस के लिए न्यूजीलेंड जाने के लिए स्टूडेंट वीजा लेना जरूरी है। इनमें से कई केस ऐसे हैं जिनका पहले तीन बार वीजा रिफ्यूज हुआ था परंतु वेस्ट हाईलेंडर ने उनका वीजा सफलतापूर्वक लगवाया। काबिलेजिक्र है कि वेस्ट हाईलेंडर कंपनी उत्तरी भारत की सबसे अधिक लाईसेंस धारक कंपनी है। कंपनी के डायरेक्टर परविन्द्र कौर न्यूजीलेंड व आस्ट्रेलिया सरकार से मान्यता प्राप्त स्लाहकार है, जिनका 15 वर्ष का अनुभव है।
डायरेक्टर परविन्द्र कौर ने बताया कि वेस्ट हाईलेंडर कंपनी द्वारा छात्रों की फाईल अंबेसी के नियमानुसार बेहद जांच पड़ताल के बाद लगाई जाती है, जिससे वीजा लगने के अवसर बढ़ जाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि इमीग्रेशन एक्ट के मुताबिक न्यूजीलेंड जाने के लिए लाईसेंसशुदा इमीग्रेशन एडवाईजर से केस लगवाना जरूरी है। अगर फाईन बिनां लाईसेंस वाले एजेंट से लगवाई जाती है तो वीजा रिफ्यूज होने के आसार बढ़ जाते हैं। इसके साथ ही स्टूडेंट वीजे से डिपेंडट वीजे के माध्यम से पढ़ाई करने वाले छात्र का जीवन साथी भी उसके साथ कानूनी तरीके से न्यूजीलेंड जा सकता है। इस अवसर पर डायरेक्टर परविन्द्र कौर ने न्यूजीलेंड का वीजा लगने वाले छात्र अवतार सिंह, मुनीष कुमार, कशमीर सिंह, हरमनजीत सिंह, राजिन्द्र जीत सिंह, पूजा, दलवीर सिंह, गुरमिन्द्र सिंह व गुरइकबाल सिंह को उनके वीजे प्रदान किए।