विदेश में जाकर शिक्षा हासिल करने के इच्छुक छात्रों के लिए सबसे मुश्किल फैसला होता है कि वे कौन से शहर में जाकर किसी कालेज में कौनसा कोर्स करें। ताकि उनकी पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्हें उसी देश में नौकरी मिले और फिर पक्का होने का अवसर मिल सके। बिना शक इस में कोई दो राय नहीं है कि सही तरीके से शहर, कालेज व कोर्स का चयन ही विदेश में सेटल होने के लिए सहायक होता है। उक्त बातें वेस्ट हाईलेंडर के डायरेक्टर गुरविन्द्र सिंह कंग द्वारा मोहाली के फेस 7 स्थित अपने कार्यालय में आस्ट्रेलिया जाकर पढ़ाई करने व अन्य जानकारी देने के लिए आयोजित किए गए सैमिनार में व्यक्त की। डायरेक्टर कंग ने अपने संबोधन में कहा कि अकसर देखने को मिलता है कि छात्र सिर्फ विदेश में पहुंचने के लिए जानकारी न होते हुए कोर्स में दाखिला ले लेते हैं जिस कारण न सिर्फ उन्हें पढ़ाई में दिक्कत आती है बल्कि उस कोर्स के पूरा होने के बाद नौकरी नहीं मिल मिलती जिससे उस छात्र को बेहद परेशानी आती है। कई बार छात्रों को वापिस भी आना पड़ता है।
डायरेक्टर परविन्द्र कौर जो कि आस्ट्रेलिया व न्यूजीलेंड सरकार से मान्यता प्राप्त सलाहकार हैं और गत 15 वर्षों से अब तक हजारों छात्रों के विदेश में जाकर पढ़ाई करने का सपना साकार कर चुकी हैं ने इस अवसर पर कहा कि बेशक हर छात्र की पढ़ाई, दिमागी कार्यकुशलता व अन्य योग्ताएं एक नहीं हो सकती। ऐसे समय उनकी योग्यता के आधार पर ही कोर्स का चयन करवाने की सोच के चलते ही वेस्ट हाईलेंडर द्वारा छात्रों को बताए गए कोर्स आज उनकी सफल जिंदगी का आधार बने हैं। इस अवसर पर उपस्थित छात्रों ने भी कई प्रश्न पूछे जिनका उत्तर डायरेक्टर कंग व परविन्द्र कौर द्वारा बेहतरीन तरीके से दिया गय।