वेस्ट हाईलेंडर द्वारा मोहाली के फेस 7 स्थित कार्यालय में आयोजित सैमिनार में आईसीएल बिजनेस स्कूल, न्यूजीलेंड व साउथ क्रास युनिवर्सिटी, आस्ट्रोलिया के प्रतिनिधियों ने शिरकत करते हुए आस्ट्रेलिया व न्यूजीलेंड में पढ़ाई करने के लिए जाने वाले छात्रों को अहम जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर दोनों देशों के माहिरों ने छात्रों को कोर्सों की जानकारी, डिग्री पूरी होने के बाद उसके लाभ व वहां रहने संबंधी जानकारी दी गई।शिक्षा माहिर नीगल कुमिनिंग ने जानकारी देते हुए बताया कि साउथ क्रास युनिवर्सिटी के आस्ट्रेलिया में मेलबोर्न, सिडनी, गोल्ड कोस्ट, लिसमोर व कोफस हार्बर में कुल 5 कैंपस हैं।
उन्होंने कहा कि इन कैंपस में बिजनेस, एजुकेशन, इन्वार्यन्मेंट साईंस, इन्फार्मेशन टैक्नोलाजी, टूरिजम व हास्पिटेलिटी जैसे कोर्स शामिल हैं। नीगल ने आगे बताया कि आज आस्ट्रेलिया विश्व स्तर पर शिक्षा हासिल करने के लिए बेहतरीन देश बन चुका है जबकि भारतीय छात्रों के लिए आस्ट्रेलिया पहली पसंद है। इसके अलावा अंग्रेजी बोलने वाले देशों में भी अमेरिका व यूके के बाद तीसरी पसंद है। जिसका कारण डिग्री पूरी होने के बाद सेटल होने के आसान नियम, नौकरी के बेहतरीन अवसर व मजबूत अर्थव्यवस्था है। इसी तरह न्यूजीलेंड भी अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा के लिए विदेशियों की पसंदीदा मंजिल बन चुका है।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों की युनिवर्सिटियों में छात्रों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षाख्, प्रैक्टिकल जानकारी, रिसर्च व इंटरनशिप के बेहतरीन अवसर प्रदान किए जाते हैं।इस अवसर पर वेस्ट हाईलेंडर के डायरेक्टर गुरविन्द्र सिंह कंग ने छात्रों को आस्ट्रेलिया व न्यूजीलेंड में शिक्षा हासिल करने के लाभ से अवगत करवाया। उन्होंने छात्रों को सही वीजा एडवाईजर से मश्विरा लेने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि गलत तरीके से तैयार की गई फाईल वीजा रिफ्यूज करने के लिए काफी होती है।