आस्टे्रलिया व न्यूजीलेंड में जाकर बसने के चाहवान लोगों के लिए यह एक खुशी भरी खबर होगी कि अब दोनों देशों में पक्के तौर पर बसना आसाना हो गया है। जिन्हें स्किल्ड लोगों के पास उनके रोजगार में तीन अथवा चार वर्ष का तजुर्बा है वह इन देशों में आसानी से जाकर बस सकते हैं। यह जानकारी वेस्ट हाईलेंडर इमीग्रेशन कंपनी की डायरेक्टर परविन्द्र कौर ने मोहाली में आयोजित एक सैमिनार में दी।आस्ट्रेलिया जाने के इच्छुकों को विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि जिन व्यक्तियों के कार्य सीएसओएल व एसओएल लिस्ट में आते हैं, वह उक्त कैटेगिरियों के तहत अप्लाई कर सकते हैं। रक कार्य अनुसार उसका अलग अलग मूल्यांकण किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस सारी कारवाई को तीन से छह माह लग सकते हैं। जबकि इस कैटेगिरी तहत मैनेजर, रजिस्टर्ड नर्सें, युनिवर्सिटी लैक्चरार, इंजीनियर, टैक्नीशियन, लैर्बाटरी साईंटिस्ट, आईसीटी प्रोजैक्ट मैनेजर आदि अप्लाई कर सकते हैं।इसी तरह पक्के तौर पर न्यूजीलेंड जाने के लिए लांग टर्म स्किल शार्टेज लिस्ट में किया होना जरूरी है। प्वाईंट सिस्टम के आधार पर एनजेडक्यूए के तहत पढ़ाई की असेस्मेंट करवा कर न्यूजीलेंड माईगे्रट हुआ जा सकता है। इस प्रक्रिया को 6 से 12 महीने लगते हैं। परविन्द्र कौर ने जानकारी देते हुए बताया कि वेस्ट हाईलेंडर चंडीगढ़ स्थित कई वर्षों के तजुर्बे वाली इमीग्रेशन कंपनी है। इस कंपनी के तहत हजारों लोगों ने स्टडी व माईग्रेशन केस लगवाए हैं और सफलता हासिल की है। परविन्द्र कौर इमीग्रेशन एडवाईजर अथार्टी न्यूजीलेंड से मान्यता प्राप्त एडवाईजर हैं। उनके पास आस्ट्रेलिया सरकार से मान्यता है। लाईसेंस वाले एडवाईजर व माईगे्रशन का केस लगवाना अपना भविष्य सुरक्षित हाथों में देना है और वेस्ट हाईलेंडर ने यह मुकाम कई वर्षों की मेहनत से हासिल किया है।